“100+ Mahatma Gandhi Jayanti Shayari” is a collection of poetic verses paying tribute to the great Mahatma Gandhi on his birth anniversary, celebrated as Gandhi Jayanti. With over a hundred Shayari compositions, this anthology honors the life and principles of Mahatma Gandhi. Each Shayari piece reflects his philosophy of non-violence, truth, and social justice, making it a valuable resource for commemorating his legacy and spreading his message of peace and equality. Whether you’re celebrating Gandhi Jayanti or seeking to express reverence for this iconic figure, this collection provides a heartfelt and poetic journey through the world of Mahatma Gandhi Jayanti Shayari.
Mahatma Gandhi Jayanti Shayari
सत्य अहिंसा का था वो पुजारी,
कभी ना जिसने हिम्मत हारी,
साँस दी हमें आजादी की,
जन जन है जिसका बलिहारी..!!
गाँधी जयंती पर मेरा सभी से बस यही कहना है
जीना है तो गाँधी जैसे वरना जीना भी क्या जीना है..!!
धोती वाले बापू की ये ऐसी एक लड़ाई थी,
न गोले बरसाये उन्होंने न बन्दूक चलाई थी
सत्य-अहिंसा के बल पर ही दुश्मन को धूल चटाई थी..!!
महात्मा गांधी ने हमें जीना सिखाया
पूरे समय शांति और प्रेम के साथ
समय आ गया है कि हम उनके विचारों पर अमल करें..!!
सत्य-अहिंसा का पाठ पढ़ाया है,
बापू ने पूरे विश्व में भारत का मान बढ़ाया है..!!
सत्य का तेल अंहिसा की बाती,
अमर ज्योति जलती रहे,
तेरे पदचिन्हों पर बापू,
दुनिया सारी चलती रहे..!!
सत्य और अहिंसा के ताकत को जिसने समझाया,
इसका प्रयोग कर पूरी दुनिया को दिखाया..!!
दुबला-पतला साधारण सा वेश था,
वो कभी नहीं करते थे अभिमान
खादी की एक धोती पहनते थे
जो बढ़ाती थी बापू की शान..!!
जब जन जन बोला सत्य अहिंसा की बोली,
तब गली-गली जली विदेशी कपड़ो की होली..!!
कर्म ही मेरी पूजा हैं,
खादी मेरी शान है,
सच्चा मेरा करम है
और हिन्दुस्तान मेरी जान हैं..!!
जिन्दगी में तुम अपने हमेशा ये याद रखना,
सत्य और अहिंसा के जज्बात रखना..!!
गाँधी जी अच्छे लोगो के हृदय में विराजमान है,
गांधी जी भारत देश की शान और सम्मान है..!!
थोड़ा सा अभ्यास
बहुत सारे उपदेशों से बेहतर है..!!
हिंसा से डर पैदा होता है,
अहिंसा से प्रेम उत्पन्न होता है,
झूठ बोलने से इंसान दुख की तरफ बढ़ता है
सत्य बोलने से सुख की ओर बढ़ता है..!!
ईश्वर द्वारा निर्मित जल और
वायु की तरह सभी चीजों पर
सबका सामान अधिकार होना चाहिए..!!
दे दी हमे आज़ादी,
बिना खडग बिना ढाल,
साबरमती के संत,
तूने कर दिया कमाल..!!
सीधा साधा वेश था,
ना कोई अभिमान,
खादी की एक धोती पहने,
बापू की थी शान..!!
खादी मेरी शान हैकरम ही मेरी पूजा हैसच्चा मेरा कर्म है
और हिंदुस्तान मेरी जान..!!
अहिंसा और सत्य के मार्ग से ही
मिला हमेशा चैन और अमन..
साबरमती के संत को करते हैं
हम सभी शत शत नमन..!!
लड़े गांधीजी आजादी के लिए
मानवता की राह चलकर..
जिए वो हमेशा जिंदगी दुर्बल
मन का सहारा बनकर..!!
देश के लिए जिसने विलास को ठुकराया था,
त्याग विदेशी धागे उसने खुद ही खादी बनाया था,
पहन के काठ की चप्पल जिसने सत्याग्रह का राग सुनाया था,
वो महापुरुष महात्मा गाँधी कहलाया था..!!
गाँधी जी थे व्यक्ति महान,
करता है हर नागरिक उनका सम्मान,
सब जानते है इन्हें बापू के नाम से,
हम मानते है इन्हें राष्ट्रपिता अदब से..!!
महानायक वो आजादी का,
अटल अहिंसावादी था,
गोरों को छुड़वाया भारत,
तन पे जिसके खादी था..!!.
जिसकी सोच ने कर दिया कमाल,
बदल दिया जिसने देश का हाल,
जिसने पढ़ाया सत्य और अहिंसा का पाठ,
वो थे हमारे गाँधी बापू महान..!!
बापू ने लड़ी धरती पर अजब लड़ाई,
ना तोप दागी ना बन्दूक चलायी,
दुश्मन के किले पर भी नहीं की चढ़ाई,
वाह रे फ़कीर तुमने कैसी करमा दिखायी..!!
सीधा साधा वेश थाना कोई अभिमान खादी की
एक धोती पहनेबापू की थी शान..!!
राष्ट्रपिता है गांधी जी,
महात्मा है गांधी जी,
साबरमती के संत भी कहलाते है गांधी जी,
बिना शस्त्र उठाये देश को आजादी दी
अहिंसा की राह पर सदा चले गांधी जी..!!
रघुपति राघव राजाराम
पतित पावन सीताराम
ईश्वर अल्लाह तेरे नाम
सबको सन्मति दे भगवान..!!
अगर दुनिया का हर इंसान गांधी हो जायें,
दुनिया की सारे समस्याएं आधी हो जायें..!!
खुद में वो बदलाव लाइए,
जो दुनिया में देखना चाहते है..!!
अंग्रेजों के सामने झुके नहीं,ख़ुद से उनको
ये आस था,शरीर में ताकत नहीं थी,
पर मन में आजादी का विश्वास था..!!
गाँधी जी थे व्यक्ति महान,
करता है हर नागरिक उनका सम्मान,
सब जानते है इन्हें बापू के नाम से,
हम मानते है इन्हें राष्ट्रपिता अदब से..!!
आओ इस शुभ दिवस पर बापू जी का करे सम्मान,
प्रण करो यह की सदा चलेंगे उनकी दिखायी राह पर,
चलो गाँधी जी की दिल खोल के करे जय जय कार..!!
आज़ादी मिलने लायक नहीं है अगर वो है
गलती करने की स्वतंत्रता शामिल नहीं है..!!
यदि स्वतंत्रता में गलती करने की स्वतंत्रता शामिल नहीं है
तो स्वतंत्रता प्राप्त करने योग्य नहीं है..!!
आपकी मान्यताएं आपके विचार बन जाती हैं,
आपके विचार आपके शब्द बन जाते हैं,
आपके शब्द आपके कार्य बन जाते हैं,
आपकी हरकतें आपकी आदत बन जाती हैं,
आपकी आदतें आपके मूल्य बन जाती हैं,
आपके मूल्य ही आपकी नियति बन जाते हैं..!!