100+ Mahakal ki Shayari in Hindi | महाकाल की शायरी


“Immerse in devotion with our collection of 100+ Mahakal ki Shayari. These verses exude reverence for Lord Shiva, capturing his divine presence and mystique. Through eloquent words, explore the cosmic energy, serenity, and power associated with Mahakal. Whether you seek spiritual connection or wish to express devotion, our Shayari offers a space to celebrate the transcendental essence of ‘Mahakal’. Join us in embracing the spiritual journey through the power of poetic expression.”

Mahakal ki Shayari

उन पैरों को सदा सलामत रखना ऐ महाकाल,
जिनके बलबूते पर अभी तक खड़ा हुँ ।

जब तेरे कर्मो में सुधार होगा,
तब महाँकाल को तुझसे प्यार होगा !

काल भी तुम महाकाल भी तुम,
लोक भी तुम त्रिलोक भी तुम,
शिव भी तुम और सत्य भी तुम।
जय श्री महाकाल 🙏

मोहोब्बत का तो पता नही पर दिल लगी,
सिर्फ महाँकाल से है जय “ श्री महाँकाल ”

प्रभु की बनाई कुदरत नहीं देखी,
दिलों में छुपी दौलत नहीं देखी,
जो कहते है भगवान नहीं इस दुनिया में,
शायद उसने अभी तक उज्जैन में,
महाकाल की चौखट नहीं देखी !

महाकाल नाम की चाबी ऐसी जो हर ताले को खोले,
काम बनेंगें उसके सारे जो
जय श्री महाकाल 🙏

महांकाल की भक्ति में खो कर देखो,
कोई दुःख तुमारे पास नही आएगा ।

क्या खाक मजा है जीने में,
जब तक महादेव न बसे सीने में ।

हर तकलीफ से इंसान का दिल दुखता बहुत है,
पर हर तकलीफ से इंसान सीखता,
भी बहुत है हर हर महादेव ।

यह कैसी घटा छाई हैं,
हवा में नई सुर्खी आई है,
फैली है जो सुगंध हवा में,
जरुर महादेव ने चिलम लगाई है।l

दुनिया के बदलते रंग देखता हूँ पर,
सिर्फ आपको “महादेव” हर पल अपने संग देखता हूँ !

सुकून की बड़ी-बड़ी व्याख्या कर रहे थे सभी,
मैंने “महाँकाल” लिखकर सबको मौन कर दिया ।

बजते हैं डमरू भस्म से होता हैं शृंगार,
इतने अद्भुत ढंग से सजते हैं महादेव मेरे !
हर हर महादेव !

सारा ब्राम्हॉंन्ड झुकता हैं जिसके शरण में,
मेरा प्रणाम हैं उन महाकाल के चरण में !

महाकाल तुम से छुप जाए मेरी तकलीफ,
ऐसी कोई बात नही तेरी भक्ती से ही पह­चान है,
मेरी वरना मेरी कोई ओकात नही ।

झुकता नही शिव भक्त किसी के आगे,
वो काल भी क्या करेगा महाँकाल के आगे !

चलना भी है भागगना भी है,
महादेव को पाने के लिये,
सोते हुए जागना भी है,
जय महाँकाल, हर हर महादे !

सारा जहाँ है जिसकी शरण मे,
नमन है उस शिव के चरण मे,
बने उस शिव के चरणो की धूल,
आओ मिल कर चढ़ाए हम श्रद्धा के फूल !

अकेले ही वो पूरी दुनिया में,
चिता की भस्म से नहाते है,
ऐसे ही नहीं वो कालो के काल
महाकाल कहलाते हैं !

अपनी तो बस इतनी सी कहानी है,
बालक हैं हम उसके जिसकी दुनिया दिवानी है,
जय भोलेनाथ की ।

गरीब को किया दान और मुह से निकला,
महादेव का नाम कभी व्यर्थ नही जाता !

क्या करूँगा मैं अमीर बन कर,
मेरा ‪महाकाल तो ‪फकीर‬ का दीवाना है !

जब भी मैअपने मैं बुरे हालातो से घबराता हूँ !
तब मेरे महाकाल की अवाज आती है !
रूक मैं आता हूँ !

शिव की बनी रहे आप पर छाया,
पलट दे जो आपकी किस्मत की काया,
मिले आपको वो सब अपनी जिन्दगी में,
जो कभी किसी ने भी न पाया !

किस्मत बदलती देखी तक़दीर बदलती देखी
केदारनाथ का वो पत्थर साक्षी है जिसने
महाकाल की शक्ति से हर तस्वीर बदलती देखी

अब क्या मांगू तुझसे हे भोलेनाथ,
जो तूने दिया वो भी बहुतों के नसीब में नही था !

घोडा न हाथी न सिंह न बाघ,
करे नंदी🐂की सवारी मेरा भोलेनाथ
Har Har Mahadev

लोग बेताब थे मिलने को मंदिर के पूजारी से,
हम दुआ लेकर आ गये बाहर बैठे भिखारी से
हर हर महादेव !

जिनके रोम-रोम में शिव हैं,
वही विष पिया करते हैं,
जमाना उन्हें क्या जलाएगा,
जो श्रृंगार ही अंगार से किया करते हैं !

दुःख की घड़ी उसे डरा नही सकती,
कोई ताकत उसे हरा नही सकती,
और जिस पर हो जाये तेरी मेहर मेरे महादेव
फिर ये दुनिया उसे मिटा नही सकती..! जय महाकाल

मुझे अपने आप में कुछ यु बसा लो…
के ना रहू जुदा तुमसे,,
और खुद से तुम हो जाऊ…जय भोलेनाथ.

काल का भी उस पर क्या आघात हो,
जिस बंदे पर महाकाल का हाथ हो।

दुःख की घड़ी उसे डरा नही सकती,
कोई ताकत उसे हरा नही सकती,
और जिस पर हो जाये तेरी मेहर मेरे #महादेव
फिर ये दुनिया उसे मिटा नही सकती..! जय महाकाल

खुशबु आ रही है कही से
गांजे और भांग की
शायद खिड़की खुली रह गयी है
मेरे महाकाल के दरबार की…

दुनिया की हर मुहब्बत मैने,
स्वार्थ से भरी पायी हैं,
पवित्र प्यार की खुशबू सिर्फ
मेरे महादेव के चरणों से आयी हैं।

जब जब लगने लगे डर,
ले लो नाम दिल से महाकाल का
खुद काल भी ढोक
लगाए ऐसा है असर प्रभु के नाम का
हर हर शंभू महादेव

मेने तेरा नाम लेके ही हर काम किया है मेरे भोलेनाथ
और लोग समझते है
कि बंदा किस्मत वाला है..!

माया को चाहने वाला
बिखर जाता है,
और मेरे महाकाल को चाहने वाला
निखर जाता है…!

ऊँ नमः शिवाय शब्द में
सारा जग समाए,
हर इच्छा पूरी कर जाएँ
भोले बाबा कहलाएँ।

तिलक धारी सब पे भारी,
जय श्री महाकाल पहचान हमारी।

मै योग निद्रां मे शम्भु हु…..
निद्रां के बहार शंकर…..
और जाग गया तो रुद्र हु..!

मिलती है तेरी भक्ती
महाकाल बडे जतन के बाद,
पा ही लूँगा तुझे मे…
श्मशान मे जलने के बाद।

तुम मुझे अपना दीवाना बना दिया ,
में अपने से दूर था लेकिन
तुमने अपना दीवाना बना लिया

नही पता कौन हूँ मैं और कहा मुझे जाना हैं,
महादेव ही मेरी मँजिल हैं
और महाकाल का दर ही मेरा ठिकाना हैं।

जहाँ पर आकर लोगों की
नवाबी ख़त्म हो जाती है,
बस वहीं से महाकाल के
दीवानों की बादशाही शुरू होती है..

यह नशा किसी शराब
का नही जो उतर जायेगा,
महादेव का है एक बार
चढ जाये ,फिर उतरता नही

जैसे हनुमानजी के सीने में
तुमको सियापति श्री राम मिलेंगे
सीना चीर के देखो मेरा
तुमको बाबा महाकाल मिलेंगे।

अकाल मौत वो मरे,
जो काम करे चंडाल का..!
काल भी उसका क्या बिगाड़े,
जो भकत हो महाकाल का..!

कौन कहता है भारत में
fogg चल रहा है ?
यहाँ तो सिर्फ महाकाल के भक्तो का
खौफ- चल रहा है.

“भोलेनाथ” की भक्ति
करते है मस्ती में रहते है,
जिन्दगी_चिलम की दुआ है
इसलिए हम गांजे में मस्त है

आँधी तूफान से वो डरते हैं,
जिनके मन में प्राण बसते हैं,
वो मौत देखकर भी हँसते हैं,
जिनके मन में महाकाल बसते हैं।

धन्य धन्य भोलानाथ तुम्हारी,
कोडी नही खजाने मे,
तीन लोक बसती मे बसा कर,
आप रहे बीराने मे..!!

महाकाल के भक्तो से #पंगा
और भरी महफील मे दंगा
मत करना वरना
चोराहे पे नंगा
और अस्थियो को गंगा में बहा दूंगा….

कर्ता करे ना कर सके
शिव करें से होय
तीन लोक नौ खण्ड
में महाकाल से बड़ा ना कोई

खौफ फैला देना नाम का,
कोई पुछे तो कह देना,
भक्त लौट आया हैं महाकाल का।

नजर पड़ी महाकाल की मुझ पर तब जाके ये संसार मिला,
बड़े ही भाग्यशाली शिवप्रेमी है
हम जो
महाकाल का प्यारमिला..!

कैसे कह दूँ कि मेरी,
हर दुआ बेअसर हो गई,
मैं जब जब भी रोया,
मेरे भोलेनाथ को खबर हो गई .

ना जीने की खुशी
ना मरने का गम
जबतक है
दम महाकाल के भक्त रहेंगे हम

ना गिन के दिया ना तोल के दिया,
“मेरे महाकाल ने जिसे भी दिया
दिल खोल के दिया”

मेरे महादेव तेरी दी हुई
ज़िन्दगी है तू जैसे मर्ज़ी रख ले
पर यू नाराज़ मत हो हमसे
तुझे देखने का हक तो दे हमको

भोले के दरबार में, दुनिया बदल जाती है,
रहमत से हाथ की, लकीर बदल जाती है,
लेता है जो भी दिल से महादेव का नाम,
एक पल में उसकी तकदीर बदल जाती है..!

महाकाल तेरी कृपा रही तो
एक दिन अपना भी मुकाम होगा !!
70 लाख की Audi कार होगी
और FRONT शीशे पे
महाकाल तेरा नाम होगा.

जब फितरत में नशा महाकाल का हो
तो रुतबे में गुरूर तो होगा

भागना मत मौत से
एक एहसान चढ़ा देगी
जीवन के बाद म्रत्यु
तुझे महादेव से मिला देगी ।।

Best Mahakal ki Shayari

राजनीति नही दिलो पर
राज करने की ईशा है,
यही मेरे गुरू बाबा_
महाकाल की शिक्षा है!!

मैनें तेरा नाम लेके ही
सारे काम किये है महादेव
और लोग समजतें है
की बन्दा किस्मत वाला है

घनघोर अँधेरा ओढ़ के
मैं जन जीवन से दूर हूँ
श्मशान में हूँ नाचता
मैं मृत्यु का ग़ुरूर हूँ

खुल चुका हैं नेत्र तीसरा,
शिव शंभू त्रिकाल का,
इस कलयुग में वो ही बचेगा,
जो भक्त हो महाकाल का।

गरज उठे गगन सारा
समुन्दर छोड़ें अपना किनारा,
हिल जाए जहान सारा
जब गूंजे महादेव का नारा..!

कृपा जिनकी मेरे ऊपर,
तेवर भी उन्हीं का वरदान है
शान से जीना सिखाया जिसने,
“महाँकाल” उनका नाम है!

झुकता नही शिव
भक्त किसी के आगे,
वो काल भी क्या
करेगा महाकाल के आगे।

हिन्दूगिरी के बादशाह हैं
हम तलवार हमारी रानी हैं
दादागिरी तो करते ही हैं,
बाकी महाकाल की मेहरबानी हैं।

हम महाकाल नाम की
शमा के छोटे से परवाने है,
कहने वाले कुछ भी कहे
हम तो महाकाल के दिवाने है..

शिव की ज्योति से नूर मिलता है,
सबके दिलों को सुरूर मिलता है;
जो भी जाता है भोले के द्वार,
कुछ न कुछ ज़रूर मिलता है!

किसी ने मुझसे कहा इतने
ख़ूबसूरत नहीं हो तुम,
मैंने कहा महाकाल के
भक्त खूंखार ही अच्छे लगते हैं।

ना पूछो मुझसे मेरी पहचान,
मैं तो भस्मधारी हूँ,
भस्म से होता जिनका श्रृंगार,
मैं उस महाकाल का पुजारी हूँ।

पागल सा बच्चा हूँ,
पर दिल से सच्चा हूँ,
थोड़ा सा आवारा हूँ
पर महादेव तेरा ही दीवाना हूँ..!!

मिलावट है भोलेनाथ
तेरे इश्क में इत्र और नशे की
तभी तो मैं थोडा महका हुआ
और थोडा बहका हुआ हूँ.

ये दिल तुमसे ये जान तुमसे है,
तुम्हे कैसे भूल सकता हूँ
महाकाल मेरा तो जहानँ तुमसे है
जय श्री महाकाल.

ये कैसी घटा छाई हैं,
हवा में नई सुर्खी आई हैं,
फैली हैं जो सुगंध हवा में,
जरूर महादेव ने चिलम जलाई हैं।

भांग से सजी है सूरत तेरी
करू कैसे इसका गुणगान,
जब हो जायेगी आँखे मेरी
भी लाल तभी दिखेगे महाकाल..!

मुझे अपने आप में कुछ यु बसा लो,
के ना रहू जुदा तुमसे,
और खुद से तुम हो जाऊ.
जय भोलेनाथ.

भले ही मुर्ति बनकर बैठे है,
पर मेरे साथ खड़े है
आये संकट जब भी मुझ पर,
मुझ से पहले मेरे भोलेनेथ लड़े है।
हर हर महादेव, जय महाकाल

चिंता नहीं हैं काल की,
बस कृपा बनी रहे मेरे महाकाल की।

खुल चूका है नेत्र तीसरा
शिव शम्भू त्रिकाल का,
इस कलयुग में वो ही बचेगा
जो भक्त होगा महाकाल का.

जैसे हनुमानजी के सीने में
तुमको सियापति श्री राम मिलेंगे
सीना चीर के देखो मेरा
तुमको बाबा महाकाल मिलेंगे।

वही सुखी, वही निराला, वही किस्मत वाला,
जिसका देवो के देव महादेव हो रखवाला।

मैँ और मैरा भोलेनाथ
दोनो ही बङे भुलक्कङ है,
वो मेरी गलतियां भूल जाते है
और मै उनकी मेहरबानियों को.

भोलेनाथ हो जिसके भी साथ.
उसको चिंता की क्या बात.

कुत्तो की बढी तादाद से
शेर मरा नही करते,
और महाकाल के दिवाने
किसी के बाप से ड़रा नही करते।

जिनके रोम-रोम में शिव हैं
वही विष पिया करते हैं ,
जमाना उन्हें क्या जलाएगा ,
जो श्रृंगार ही अंगार से किया करते हैं.

जिन्दगी एक धुआँ हैं,
जाने कहा थम जायेगा,
कर ले मेरे महाकाल की भक्ति,
जीवन सफल हो जायेगा

भोले तने तो सारी दुनिया पार तारी हे
कदे मेरे सर पे बी हाथ धर क कह दे चाल बेटे आज तेरी बारी हे जयमहाकाल

मन छोड़ व्यर्थ की चिंता तू शिव
का नाम लिये जा
शिव अपना काम करेंगे तू अपना काम किये जा
शिव शिव शिव ऊँ: नम: शिवाय

तन की जाने, मन की जाने,
जाने चित की चोरी,
उस महाकाल से क्या
छिपावे जिसके हाथ हैं सब की डोरी।

मृत्यु के समय कोई तुम्हारी नही सुनेगा
कर्म की गति ही बताएगी
तुम्हे कहा घसीटा जायेगा महाकाल

भांग से सजी हैं सूरत तेरी,
करू कैसे इसका गुणगान,
जब हो जायेगी आँखे मेरी
भी लाल तभी दिखेगे महाकाल।

लोग कहते हैं किसके दम पे उछलता है तू इतना मैंने
भी कह दिया जिनकी चिलम के
हुक्के की दम पर चल
रही ये दुनिया है .उन्हीं
महाँकाल के दम पे उछलता
ये बंदा है जय राजा महाँकाल।

जो आसमां ने पिया जाम महाकाल का ज़हरीला
उसी को पी के हुआ रंग-ए-आसमान नीला….
जय श्री महाकाल

माया को चाह ने वाला बिखर जाता हैं।
ओर महाकाल को चाह ने वाला निखर जाता हैं।
हर हर महादेव

मैं झुक नही सकता,
मैं शौर्य का अखँड भाग हूँ,
जला दे जो अधर्म की रुह को,
मैं वही महादेव का दास हूँ।

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