100+ Mountain Shayari in Hindi


Embark on a poetic journey to the majestic heights with 100+ Mountain Shayari in Hindi. This captivating collection of verses celebrates the awe-inspiring beauty and grandeur of mountains. From praising their towering peaks to marveling at the scenic vistas, these Shayaris evoke a sense of wonder and tranquility. With their evocative words and vivid imagery, they transport you to the serene lap of nature. Share these Shayaris with fellow nature enthusiasts, use them to express your love for mountains, or simply savor the beauty of Hindi poetry. Let these verses be a source of inspiration, reminding us of the strength and resilience that mountains symbolize. As you immerse yourself in the charm of Mountain Shayari, let the words take you on a soulful voyage to the majestic heights, where serenity and beauty converge in harmony.

Mountain Shayari

पहाड़ों के बीच एक ख्वाब बिखरा है,

खुद को खो बैठे, सिर्फ यहाँ बिताने को।

ऊँची पहाड़ियों से छलकती धूप के साथ,

सुबह की ताज़गी, बड़ी रमणीक बात।

पहाड़ों की उचाइयों में खो जाने दो,

जीने की अदा को नई शान देने दो।

जब रिश्ते हो खरी और वफाएँ सच्ची,

दोस्ती के पहाड़ों को देखो कैसे टूटती नहीं।

वो पहाड़ी शान जो ऊँचाइयों में छुपी,

मन को आकर्षित करके,

अपनी माहिरी बनाती है।

पहाड़ों की चोटियों से सीखें असली ताक़त,

जब टकराते हैं, तो बस हिम्मत नहीं हारने की।

खुदी की ऊँचाइयों को चाँदनी से जोड़ दो,

पहाड़ों की शान में खुद को खो जाओ।

खुली आसमान में उड़ने की इच्छा है,

पहाड़ों के बीच में, आत्मनिर्भर हो जाने की।

उसकी खूबसूरती छुपी पहाड़ों में है,

मन को खो बैठो, खुद को वहाँ ढूँढने की।

तेरे प्यार का सफर, पहाड़ों से भी ऊंचा है,

हर कठिनाई को चुनौती में बदलने की।

पहाड़ों के बादल, धुंध से ढके हुए,

उनके बीच जाना है, जहाँ प्यार के रहते हैं।

जब प्यार की राह में हो तू अकेला,

पहाड़ों के संग बैठ, अपने दिल की सुन।

जब पहाड़ों के ऊपर उठाए चेहरे को,

नया नूर मिलता है तू वहाँ से गुजर।

पहाड़ों के गहरे जंगल में खो जाना है,

जहाँ तेरे और मेरे बीच खुशियाँ छाई हैं।

जब पहाड़ों के रास्ते पर खुद को ढूँढें,

वहाँ तुम्हारे साथ होगी मेरी हसरत।

दिल में एक ख्वाब जगाए, चल पहाड़ों की ऊँचाइयों को,

वहाँ तेरे साथ बिताए, हर पल को संजो लूँ।

पहाड़ों के रास्ते पर, चल नये सपने बुनने,

वहाँ खुद को खो बैठे, दिल के खुशियों में।9+

उठो चलो पहाड़ों के बीच में,

खुद को ढूँढने के लिए,

जहाँ तुम्हारे साथ बिताए, हमारे ख्वाब हैं।

चल पहाड़ों के बीच में, मिलते हैं सपने हमारे,

जहाँ तेरे साथ बिताए, हर पल खास है।

जाओ पहाड़ों के बीच में, मिलते हैं सपने अदभूत,

वहाँ तेरे साथ बिताए, नई कहानी लिखते हैं।

पहाड़ों के बीच में मिले, तेरे साथ यारी की राह,

हर मुश्किल को आसानी से किया हमने पार।

जब पहाड़ों के ऊपर चढ़े तू,

नया सफर शुरू करने का,

वहाँ तेरे साथ मिले,

नई ख्वाबों की उड़ान।

जाओ पहाड़ों के बीच में,

खुद को खो बैठो,

जहाँ अपने ख्वाबों को पा सको।

जब पहाड़ों के ऊपर चढ़कर,

ऊँचाइयों को छू जाते हो,

वहाँ से देखो, सारी दुनिया को छोड़ कर आएँ हो।

पहाड़ों के बीच एक अलग सा अहसास है,

खुद को खोकर जीवन के सच्चे अर्थ को पाते हैं।

जब पहाड़ों के बादलों में ढले तू,

सारी दुनिया अपने नीचे लगे।।

जब पहाड़ों के बीच खड़े तू,

ऊँचाइयों को चुनौती देते हो।

जब पहाड़ों के बीच खो जाएँ,

तभी पाएँगे सच्ची खुशियाँ।

पहाड़ों की ऊँचाइयों में चुपकर से जाएँ,

तभी दिल आराम से ढ़ढ़केगा।

जब पहाड़ों के बीच खो जाएँ,

खुद को नए सफर में पाएँगे।

पहाड़ों की उचाइयों में खो जाएँ,

वहाँ खुद को पा सकेंगे।

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