Gulzar Sahab, the acclaimed poet, lyricist, and filmmaker, is a master of words whose profound verses have touched the hearts of millions. His Shayari reflects a unique blend of emotions, wisdom, and sensitivity. With over 100 best works, Gulzar’s Shayari resonates with the intricacies of life, love, pain, and longing. Each couplet carries an enchanting depth, leaving an indelible mark on the soul. Through his eloquent expression, Gulzar Sahab captures the beauty of simplicity, making his Shayari timeless and cherished by generations. With profound insights into the human experience, his poetic brilliance continues to inspire and move countless admirers across the world.
Gulzar Sahab Shayari
कुछ पल की खुशी दे कर
Zindagi रुलाती क्यूं है जो
लकीरों में नहीं होता kismat उन
से मिलाती क्यूं है.!!
मुझे छोड़कर वो खुश है
तो शिकायत कैसी
अब मैं उसे खुश भी ना देखूं
तो मोहब्बत कैसी।
तू हज़ार बार रूठे तो
मनालू तुझे
मागर देख मोहब्बत मे शामिल
कोई दूसरा ना हो।
रूठने का मज़ा भी तब है
जब प्यार से कोई
मनाने वाला हो।
उम्र गुजर गई पर कोई
तुम सा नहीं मिला,
लोग यू ही कहते है की
खोजने से खुदा भी मिलता है.!
सबको खुश रखने वाला
इंसान देखा है,
मैंने अपने पापा में
भगवान देखा है.
किस्मत में ही नहीं था
तेरा साथ वरना,
मांगा तो मैंने तुझे हर
मंदिर मस्ज़िद गुरुद्वारे पर था.!!
मोहब्बत और मौत की
पसंद तो देखो,
एक को दिल चाहिए और
दूसरे को धड़कन.।
बेवजह नहीं रोता कोई
इश्क में साहब
खुद से बढ़कर जिसे चाहो
वो रूलाता ज़रूर हैं.!
हर चीज़ बदलती हुई
अच्छी लगती हैं
लेकिन दोस्त पुराने ही
अच्छे लगते हैं।
तुझसे बिछड़ कर
इतनी तकलीफ नहीं हुई
किसी और का हो
गए हो जितनी ये जान कर हुई..!
गलती से भी कभी
ये भूल मत करना
बस शक्ल देख कर
किसी को कुबूल मत करना.।
जिंदगी में दो ही लोग
रूलाते हैं
एक अपने और दूसरे
बहुत ज्यादा अपने..!
वह जो कहता है
खुश रहा करो,
उसको कहो फिर मेरे
साथ रहा करो।
ये इश्क मुहब्बत की
रिवायत भी अजीब है
पाया नहीं है जिसको
उसे खोना भी नहीं चाहते.!
किसी ने मुझसे कहा
कि तुम बहुत अच्छे हो,
मैंने भी उससे कहा
बस यही तो खराबी है.।
प्यार की जरूरत थी
और इतनी थी
कि घंटों तक उसके
रिप्लाई का इंतजार किया है.।
ऐसे रिश्ते का क्या फायदा
जिसमें बातें कम और रिप्लाई
का Wait ज्यादा हो..!
अगर पहला प्यार सच्चा था तो
दूसरा हुआ क्यों,
और अगर दूसरा प्यार सच्चा है
तो पहला याद क्यों है।
चार साल मोहबत करने के बाद
उसे याद आया कि
घरवाले बहुत सख़त हैं
मानेंगे नहीं.।
तेरी आदत सी हो गई थी
वरना मालूम तो हमें भी था
की तू नसीब में नहीं.
किसी ने मुझसे कहा
कि तुम बहुत अच्छे हो,
मैंने भी उससे कहा
बस यही तो खराबी है.
मिलने की उम्मीद तो
नहीं है तुझ से
लेकिन कैसे कह दूं
के इंतजार भी नहीं.।
Ignore करने वाला क्या जाने
किसी ने कितनी उम्मीद से
Message किया होगा.!
कहा था न साहब
इश्क में बर्बाद हो जाओगे
मैं से हम, हम से तुम,
कौन हो जाओगे.!
तुमसे प्यार पाने की उम्मीद
कभी नही की मैने
बस बातें रोज होती रहे
इतना ही काफी है.!
हमने भी एक
ऐसे इंसान को चाहा,
जिसे भूलना हमारे बस में नहीं
और पाना किस्मत में नहीं.
मेरी पसंद हमेशा
लाजवाब होती है,
यकीन ना हो तो एक नजर
आयने की तरफ भी कर लेना…
अच्छा नहीं लगता बार बार
किसी को अपनी याद दिलाने
अगर अहमियत होगी तो लोग
खुद याद कर लेंगे.!
बहुत मुश्किल से करता हूँ,
तेरी यादों का कारोबार
मुनाफा कम है,
पर गुज़ारा हो ही जाता है..
वो जो तुम गुस्से में
कुछ बोल गए थे,
वो याद करके दिल
आज भी दुखता है.
कैसे साबित करूं कि तुम
याद बहुत आते हो
एहसास तुम समझते नहीं
और अदाएं हमें आती नहीं.
मैं खुद हैरान हूं कि तुझसे इतनी
मोहब्बत क्यों है मुझे
जब भी प्यार शब्द आता है
चेहरा तेरा ही याद आता है।
मेरे घाव पर कुछ
ऐसे नमक लगाती है वो
इश्क की बात करके
दोस्त बुलाती है वो।
रूठ जाने के बाद कसूर चाहे
किसी का भी हो बात शुरू
वहीं करता है जो बेहद प्रेम
करता है. !!
सुबह उठकर तुम्हारा
मैसेज देखना,
रेगिस्तान में पानी देखने
जितनी खुशी देता है.
कभी कभी हम गलत नहीं होते
लेकिन हमारे पास वो वक्त और
शब्द ही नहीं होते जो हमें सही
साबित कर सके. !!
नाराज़ होकर भी
नाराज़ नहीं होते थे,
ऐसी मोहब्बत करते
थे तुमसे…
मैंने दबी आवाज में पूछा
मोहब्बत करने लगी हो हो,
वह नजरें झुका कर बोली बहुत.!
कभी इसका दिल रखा
कभी उसका दिल रखा
इस कशमकश में भूल गए
खुद का दिल कहां रखा.।
कभी कभी बहुत सताता है
यह सवाल मुझे कि
हम मिले ही क्यूं थे जब हमें
मिलना ही नही था.!
दो चार girlfriend बनाना
टैलेंट नहीं हैं बल्कि
एक ही लड़की को उम्र भर
चाहना ही असली टैलेंट हैं.।
वह जो औरों को बतानी है
जीने के तरीके खुद अपनी मुट्ठी
मेँ मेरी जान लिए बैठी है.!
ज़िंदगी में टेंशन
ऐसे पीछे पड़ी हैं
जैसे उसका पहला प्यार
मैं ही हूं.
काश कोई हमें भी
ऐसा चाहे
जैसे कोई तकलीफ में
सुकून चाहता है.!