100+ Tea shayari in Hindi


Savor the warmth and comfort of 100+ Tea Shayari in Hindi. This delightful collection of poetic verses celebrates the cherished beverage that soothes the soul and warms the heart. From praising the aroma of freshly brewed tea to finding solace in its gentle embrace, these Shayaris beautifully capture the essence of tea. With their evocative words and vivid imagery, they create a cozy and nostalgic ambiance. Share these Shayaris with fellow tea lovers, recite them during tea breaks, or simply enjoy them as a moment of tranquility. Let these Hindi verses be a reminder of the simple joys that tea brings, and how it unites people with its refreshing taste and comforting aroma. As you sip your cup of tea, immerse yourself in the poetic magic of Tea Shayari in Hindi.

Tea shayari

चाय की मिठास, दिल को छू जाए,

गर्मी की ठंडक, आत्मा को बहलाए।

आवाज़ बन जाए चाय की चांदनी,

समय ठहर जाए, यहाँ की खुशबू हरदम लिपटे।

चाय के नशे का आलम तो कुछ 

यह है गालिब कोई राई भी दे 

तो अदरक वाली बोल देते है..

जैसे – जैसे शाम ढलती जा रही है 

तुम्हारे संग चाय की तलब बढ़ती 

जा रही है। 

में सुकून लिखूं तुम गंगाघाट 

समझ लेना, में इश्क़ लिखो 

तुम चाय समझ लेना। 

जैसे जैसे इन सर्दियों में कोहरा हुआ 

चाय के साथ मेरा इश्क़ और गहरा हुआ। 

सुबह की चाय और बड़ो की राये,

समय समय पर लेते रहना चाहिए।

काश, में इस तरह की चाय बना 

पाता, नफरतों को दिल से हमेशा 

के लिए मिटा पाता। 

ज़रूरत से ज्यादा बेमिसाल हो तुम,

थोड़ी सावंली हो, पर चीज़ कमाल 

हो तुम। 

मेने खूबसूरत लोगों को सावंली चाय 

पे मरते देखा है शायद इसलिए इश्क़ 

नाम रख दिया लोगों ने चाय का।

तस्बीरो के साथ इश्क का बहम 

पाल रखा है वो तेरा चाय का झूठा 

कप आज भी सम्भाल रखा है….।

कुछ इस तरह से मेरी ज़िन्दगी में 

उसका राज है जैसे चाय की चुस्की 

में अदरक का स्वाद है। 

में मिटटी के कुल्हड़ सा तेरी खुशबु 

से मगरूर हूँ तू कड़क चाय की पत्ती 

है में उबला हुआ दूध हूँ। 

हो न हो कुछ तो खास बात है 

चाय की पत्ती में वर्ण दूध की तो 

औकात नहीं है रंग बदलने की। 

ना इश्क़, मोहब्ब्त और प्यार, 

और ना ही किसी का दीदार, 

हमे तो पसन्द है अपने दोस्तों 

के साथ वो कुल्हड़ वाली चाय।

रोक देंगे हम मोहब्बत को तलाश 

करना बस कोई हम सा चाय का 

शौकीन मिल जाये। 

चाय का कोई वक़्त नहीं होता 

हर वक़्त चाय का होता है। 

बातें काम हो तो चलता है 

मगर चाय का काम होना बुरा 

लगता है बस। 

चाय से आशिक़ी का मेरा 

ख्याल नहीं बदलेगा,साल 

तो बदलेगा मगर दिल का 

हाल नहीं बदलेगा…..

चाय जैसा किरदार है मेरा,

किसी को हद से ज्यादा पसंद हूँ 

तो किसी को नाम से भी नफरत है।

अच्छी पी ली ख़राब पी ली 

जैसी भी मिली चाय मुझे 

मेने वो सब पीली। 

ज्यादा बड़ा शायर नहीं हूँ में 

बस चाय को मोहब्बत लिख 

दिया करता हूँ।

एक सुबह की चाय तुम्हारी,

और इक चाय हमारी भी….

कुछ बातें दिल में तुम्हारे भी,

और कुछ जज्बात हमारे भी..

रिश्तों की चाय में शक्कर

ज़रा माप के ही रखना ऐ

दोस्त फीकी हुई तो स्वाद

नही आएगा,ज्यादा मीठी

हुई तो मन भर जाएगा..

सुबह खड़ी है चौखट पर रात को 

ठीक से रवाना कर दो, चाय भी 

तैयार है तुम बस आने का बहाना 

कर दो। 

जानू बेबी के बगैर तो ज़िन्दगी 

गुज़र सकती है लेकिन चाय के 

बगैर तो सवाल ही पैदा नहीं होता। 

हलके में मत लेना तुम सावले 

रंग को दूध से कहीं ज्यादा देखे 

है मैंने शौक़ीन चाय के..

कॉफ़ी में चाय मिलकर पीती है,

आज भी वो किसी और के

प्यार में जीती है।

बैठे चाय की प्याली लेकर पुराने

किस्से गरम करने चाय ठंङी होती

गई और आँखे नम..

ना चाय लेते है

ना काफी लेते है

हम तेरे इश्क के मरीज है

सुबह उठते ही तेरा नाम लेते..

इश्क़ और सुबह की चाय

दोनों एक समान होती हैं,

हर बार वही नयापन,

हर बार वही ताज़गी….

चाय पर बुलाओ तो कुछ घर

जैसा माहौल बने. ये तेरा कॉफी

पर बुलाना ऑफिस जैसा लगता है.!

गम-ए-इश्क़ को कुछ इस कदर

भुला आया,मैं पुराने दोस्तों के साथ

अदरक वाली गर्म चाय पी आया..

चाय दूसरी ऐसी चीज़ है,

जिससे आँखें खुलती है

पड़ोसन अभी भी पहले

नम्बर पर है..

हाथ में चाय और यादों में आप हो, 

फिर उस खुशनुमा सुबह की क्या 

बात हो।.

साथ में चाय पीकर चाहत को

बढ़ाया करो, रिश्तों से दूरी बनाकर

दिल के दरार नही भरते है.

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