100+ Rishtey Shayari in Hindi


Rishtey Shayari, a genre of Urdu and Hindi poetry, delves into the complexities of relationships. These soul-stirring verses explore the nuances of love, friendship, family, and bonds that shape our lives. From the euphoria of newfound connections to the bittersweet emotions of separation, Rishtey Shayari captures the essence of human connections with depth and eloquence. Whether expressing affection, gratitude, or introspection, these poetic expressions resonate deeply with readers, evoking a myriad of emotions. As a timeless art form, Rishtey Shayari continues to touch hearts and celebrate the beauty and intricacies of the relationships that enrich our journey through life.

Rishtey Shayari

कुछ इस तरह खूबसूरत रिश्ते टूट जाया करते हैं,
दिल भर जाता है तो लोग रूठ जाया करते हैं.,

जब भी हो थोड़ी फुरसत मन की बात कह दीजिये,
बहुत ख़ामोश रिश्ते ज़्यादा दिनों तक ज़िंदा नहीं रहते.,

छुपे-छुपे से रहते हैं सरेआम नहीं हुआ करते,
जो रिश्ते एहसास होते हैं बेनाम हुआ करते हैं.,

नए रिश्ते जो न बन पाएं तो मलाल मत करना,
पुराने टूटने न पाएं बस इतना ख्याल रखना.,

कुछ ऐसे हो गए हैं इस दौर के रिश्ते,
जो आवाज तुम ना दो तो बोलते वो भी नहीं.,

मजबूरियों से लड़कर रिश्तों को समेटा है,
कौन कहता है मुझे रिश्तें निभाने नहीं आते.,

कुछ रूठे हुए लम्हें कुछ टूटे हुए रिश्ते,
हर कदम पर काँच बन कर जख्म देते हैं.,

बोहोत अजीब से हो गए है,
ये रिश्ते आजकल,
सब फुरसत में है पर,
वक़्त किसी के पास नही.,

कुछ अनमोल रिश्तों के नाम नहीं होते,
पर वो हमारी जान होते हैं.,

पैसों की गरमी में आग से भी ज्यादा गरमी होती है,
जो रिश्तों को जलाकर राख कर देती है.,

कुछ रिश्ते मुनाफा नहीं खोट ही देते हैं,
फिर भी हम उस रिश्ते को तोड़ नहीं पाते हैं.,

मुस्कुराते चहरे पर आँशु फर्क इतना है,

कुछ चहरे बता देते है

इस दिल में दर्द कितना है.,

मेरी नावों में भरोसे के लोग सवार है,

ये  दोस्ती का रिश्ता है जनाब,

जो आज भी दिल से बरकरार है.,।

हाथ मेरा थामे रखना,
रिश्तों की ड़ोर थामे रखना,
आँखों में सपने बनाये रखना,
कठिनाइयों के सामने भी मुस्कुराते रहना.,

मैंने रिश्तों को परखा,
नतीजे एक जैसे ही थे,
एक दो साथ निभाने को तैयार थे,
बाकि मतलबी वैसे ही थे.,

एक ख्वाहिश सी होती है जनाब,
रिश्तों के साथ जीने की,
बाकि तो सबको पता है की,
ऊपर अकेले ही जाना है.,

वक़्त से सारे रिश्तों का मतलब समझाया,
बुरे वक़्त में सब सामने आया,
कौन अपना कौन पराया.,

रिश्तों में दुरी बना लेना,
रिश्तों को कोसने से बेहतर है.,

 जब सारे अपनो ने अपना रंग दिखाया,
तब अंधेरे में वो चिराग़ नजर आया,
बहोत से रिस्ते नाते बन कर बिगड़ जाते है,
पर सच्चे दोस्त हमेशा काम आते है.,

लोग रिश्ते इस तरह निभाए जा रहे है,
बोझा बन गया है जैसे,
फिर भी उठाये जा रहे है,
ना उन्हें फिकर है हमारी,
ना हमें फिकर है तुम्हारी,
फिर भी ये रिश्ते यूं ही निभाए जा रहे है.,

ना जाने कैसा रिश्ता था,
टहनी से उस पंछी का,
उसके उड़ जाने पर,
वो कुछ देर काँपती रही.,

कौन किसका रक़ीब होता है,
कौन किसका हबीब होता है,
बन जाते हैं रिश्ते नाते,
जहाँ जिसका नसीब होता है.,

रूह से जुड़े रिश्ते पर फरिश्तो के पहरे होते हैं,
कोशिश कर लो तोड़ने की और ये गहरे होते हैं.,

हज़ार तोड़ के आ जाऊँ उस से रिश्ता वसीम,

मैं जानता हूँ वो जब चाहेगा बुला लेगा.,

नये-नये रिश्तों में नई-नई सी महक साथ है,
अब कौन कितनी देर महके, ये वक्त की बात है.,

रिश्ता पौधों का ऐसे ही बड़ा नहीं होता,

परवाह रुपी पानी इसमें रोज़ है देना होता.,

जी भर के रो लेता हूँ अब,

मन ही मन में,

रिश्ते मशरूफ जो हो चले है,

अपने जीवन में.,

रिश्ता वो नहीं होता,
जो दुनियां को दिखाया जाता है,
रिश्ता वह होता है,
जिसे दिलों से निभाया जाता है.,

खुदा से हमारा रिश्ता भी चश्मे और निगाह सा है,
वो जब साथ होता है सब कुछ साफ़ नज़र आता है.,

जो जैसा है उसे वैसा ही अपना लो,
रिश्ते निभाने आसान हो जाएगे.,

तीन रिश्ते तीन वक्त में ही पहचाने जा सकते हैं,
पत्नी गरीबी में औलाद बुढ़ापे में दोस्त मुसीबत में.,

वो रिश्ते बहुत कमजोर होते हैं,
जो किसी दूसरों की बातों में आ के तोड़ दिए जाते हैं.,

रिश्ते तोड़ने भी तो नहीं चाहिए,
लेकिन जहां कदर ना हो वहां निभाने भी नहीं चाहिए.,

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