100+ Baat Nahi Karne Ki Shayari | बात नहीं करने की शायरी

Explore the art of silence and unspoken emotions with our collection of 100+ Baat Nahi Karne Ki Shayari in Hindi. These poetic verses beautifully capture the feelings of not expressing oneself, the pain of unspoken words, and the complexities of silence in relationships. From contemplative reflections to heartrending emotions, our collection delves into the power of unsaid words. Whether you seek solace in shared sentiments or want to convey your emotions through poetry, these Shayaris will touch your heart and soul. Explore the depth of emotions that can be expressed through silence and discover the profound impact of unspoken feelings. Let these Shayaris be a reminder of the beauty of unsaid emotions and the power of understanding even in silence. Delve into the world of Baat Nahi Karne Ki Shayari and experience the magic of words that speak the language of the heart without saying a word.

Baat Nahi Karne Ki Shayari

मजबूर नहीं करेंगे तुम्हें,

बात करने के लिए,

चाहत होती तो दिल तुम्हारा भी,

करता बात करने का !!

आज भी सोचता हूं तो रूह कांप जाती है

कितनी आसानी से कह दिया तुमने,

हमें तुमसे बात नहीं करनी !

बात यह नहीं कि अब मैं पास नहीं,

बात यह है कि अब,

उसके लिए मैं खास नहीं !

छोड़ दिया मैंने भी किसी को परेशान करना,

जिसकी खुद मर्जी ना हो बात करने की,

उससे जबरदस्ती क्या करना !

तुम्हें हक है अपनी दुनिया में खुश रहने का,

मेरी तो बस इतनी सी खता है,

मैंने तो तुम्हें ही अपनी दुनिया माना है !

आप हम से बात नहीं करते,

और हम आप के बिना,

कोई ख्वाब नहीं देखा करते !!

एक वक्त था जब बाते खत्म नहीं होती थी,

आज सबकुछ है मगर बात ही नहीं होती !

माना तुम मेरे नही पर मुलाकात कर लो,

होठों से ना सही आँखों से ही बात कर लो !

बात नहीं करना तो बस एक बहाना है,

सच तो यह है,

कि तुम्हारा हमसे जी भर गया है !!

कोई किसी के बिना नही मरता,

आदत की बात है तुम्हारी भी,

छूट जाएगी मेरी भी छूटजाएगी !

मुझे तुमसे बात ही नहीं करनी,

ऐसा कहकर वो call काट देते हैं,

मैं मनाऊं उनको ऐसा सोचकर,

मेरी कॉल का इंतजार करते हैं !!

बात तो वो आज भी करती है,

बस फर्क़ इतना है, कल हमसे करती थी,

आज किसी और से करती है !!

तुमसे बात किये बिना हम कब तक जी पाएंगे,

इतना भी सितम न उठाओ हम पर,

वरना हम तुम्हारे बिना मर जायेंगे !

तूने ही लगा दिया इलजाम-ए-बेवफाई,

अदालत भी तेरी थी गवाह भी तू ही थी !

कितना फर्क हैं ना हम दोनो की चाहत में,

मुझे तुम्हे याद करने से फुर्सत नही और,

तुम्हे मुझे याद करने की फुर्सत नही !

बातें तो हर कोई समझ लेता है,

मगर हम वो चाहते हैं,

जो बात ना करने पर हमारी खामोशी को समझे !

जिनके बिना एक पल भी नहीं गुजरता,

देखो उसके बिना कल दिवाली बीत गई !

मुझसे नाराज है इसलिए मेरा फोन नहीं उठाते है,

पर ये सब वो करते है मुझे सताने के लिए,

मैं जानता हूँ वो मेरे कॉल का इंतजार भी करते है !

ना जाने ये कैसा तरीका है तुम्हारे प्यार करने का,

की तुम्हारा मन ही नहीं करता हमसे बात करने का !

जब अपना मतलब पूरा हो जाता है,

तो अक्सर लोग दूसरे शक्श से,

बात करना बंद कर देते है !!

कल तक हमसे बात किये बिना,

जिसे नींद तक नहीं आती थी,

आज हमसे बात करने का,

वक्त नहीं उसके पास !

Call नहीं कर सकता,

Message नहीं कर सकता,

पर एक चीज कर सकता हूँ

तुझे याद कर सकता हूँ !

उनसे बिछड़ कर रो ना सकी,

तो मैंने इस दिल को ही दर्द दिया !

जो हमसे बात किए बिना रह नहीं पाते थे,

आज वो हमसे बात ना करने के,

बहाने ढूंढते रहते हैं !

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