“Paisa Shayari in Hindi | Expressing Thoughts on Wealth and Prosperity” is a curated collection of verses that delve into the complex relationship between money and human emotions. Through eloquent Hindi poetry, this anthology navigates the multifaceted aspects of wealth, from its pursuit and acquisition to its impact on our lives and society. The shayaris artfully touch upon themes of ambition, success, financial struggles, and the pursuit of prosperity. Each verse is a reflection of the diverse perspectives people hold towards money, offering readers an introspective journey into their own beliefs and values surrounding wealth. “Paisa Shayari in Hindi” embraces the power of poetic expression to provoke thought and stir emotions. The verses within this collection provide a platform for contemplation on the role of money in our lives and society at large.
Paisa Shayari
मैं पैसा हूँ मैं भगवान नही,
पर मुझे लोग मानते भगवान से कम नही !
जिंदगी जीने के लिए पैसे चाहिए
केवल प्यार से जिंदगी नहीं चलती है !
रिश्ते प्यार से नहीं,
पैसे 💵देख कर निभाए जा रहे हैं !
कागज के नोट की चाहत में बहुत कुछ छूट जाता है,
ना जाने सब्र का धागा कहाँ पर टूट जाता है !
ये दुनिया एक दूकान है जहाँ हर,
तरफ बस दौलत का सिक्का चलता है !
दुनिया को देख कर कभी कभी,
समझ नहीं आता की इंसानियत,
पैसे से बढ़कर है या पैसा इंसानियत से !
पैसा आने पर बटुआ फूल जाता है,
इंसान रिश्ता, दोस्ती, प्यार सब भूल जाता है !
इस दुनियाँ में हर कोई पैसों के आधार पर,
लोगों को महत्व देते हैं !
दिमाग को उतना ही सुकून मिलता है,
अकाउंट में पैसा💰जितना होता है !
खूब सारा पैसा कमाना है क्योंकि,
पैसे को ही भगवान मानता ये जमाना है !
दुनिया गिरती है आकर पैरों के आगे,
सब कुछ फीका हो गया है पैसों💰के आगे !
सभी के तलवे चाटूँ मैं ऐसा थोड़ी हूँ
सभी को पसंद आ जाऊं मैं पैसा थोड़ी हूँ !
कागज के नोट की चाहत में,
बहुत कुछ छूट जाता है,
ना जाने सब्र का धागा कहाँ पर टूट जाता है !
जो पैरों में जहाँ रहते है,
वो पॉकेट में पैसा कहाँ रखते है !
पैसा कमाने के लिए इतना,
वक्त खर्च ना करो कि,
पैसा खर्च करने के लिए
जिन्दगी में वक्त ही न मिले !
पता है कब पैसे के लिए भी इंसान रोता है,
जब जरूरत पड़ने पर जेब खाली होता है !
दूर रहने वालों को भी संग कर देता है,
जब पैसा बोलता है सबकी बोलती बंद कर देता है !
जब कोई आदमी कहता है कि
पैसा कुछ भी कर सकता है,
तो साफ हो जाता है,
उसके पास पैसा बिल्कुल नही है !
पैसा इंसान को ऊपर ले जा सकता है,
पर इंसान पैसे को ऊपर नही ले जा सकता !
खूब सारा पैसा कमाना है क्योंकि,
पैसे को ही भगवान मानता ये जमाना है !
पैसा मिलने पर जितनी खुशी देती है,
पैसा गिरने पर उतना ही दुख होता है !
दरवाजें बड़े करवाने है,
मुझे अपने आशियाने के,
क्योकि कुछ दोस्तो का,
कद बड़ा हो गया है चार पैसे कमाके !
समझने में जमाने लग गए
दोस्त का साथ छूट गया जब कमाने लग गए !
कौन कहता हैं कि पैसा सब कुछ खरीद सकता है,
दम है तो टूटे हुए विश्वास को खरीदकर दिखाइये !
जिसको सिर्फ पैसे से प्यार हो जाता है,
हकीकत में उसका जीवन बेकार हो जाता है !
पैसा कितना भी हो जाए
तुम मौत से बच नहीं सकते,
याद रखना तुम अमीर हो अमर नहीं !!
मिली थी जिन्दगी किसी के काम आने के लिए
पर वक्त बीत रहा है कागज के टुकड़े कमाने के लिए !
इंसान की अकड़ तो वाजिब है जनाब,
पैसा आने पर तो बटुआ भी फूल जाता है !
जिन्दगी मिलती है जिन्दादिली से जीने के लिए
लोग मेहनत से कमायें पैसे को उड़ाते है पीने के लिए !
पैसे कमाए ज़िन्दगी को खर्च कर,
अब ले जा भी नहीं सकते पैसे ऊपर जेब में रख कर !