Mehndi Shayari | मेहंदी शायरी इन हिंदी

“Mehndi Shayari in Hindi | मेहंदी शायरी इन हिंदी” translates to “Mehndi Shayari in Hindi | Mehndi Poetry in Hindi.” This collection likely includes beautiful and poetic verses dedicated to the art of applying mehndi (henna) during weddings and special occasions. The shayari may express sentiments of love, celebration, and adornment associated with this traditional practice. It’s a delightful way to appreciate the cultural significance and aesthetic beauty of mehndi through Hindi poetry.

Mehndi Shayari in Hindi

मैं न लगाऊँगी मेहंदी तेरे नाम की,
कम्बख्त रंग चढ़ कर उतरता ही नही !

उनके हाथों पे मेहंदी का हमको ये फायदा हुआ,
की रातभर उनके चेहरे से जुल्फे हम हटाते रहे !

मैं तेरे हाथों पर रच जाऊँगा मेहँदी की तरह,
तू मेरा नाम कभी हाथों पर सजा कर तो देख !

तेरे हाथों के मेहंदी का रंग गहरा लाल है,
क्योंकि मेरे इश्क का चाहत बेमिसाल है !

अपने हाथों की लकीरों मे मुझको बसाले,
ये मुमकिन नहीं तो मेहंदी में मुझको रचाले !

वो मेहंदी के हाथों में क्या तराशेंगे नाम हमारा,
जब नाम ही छुपा लिखा है उनके हाथों में !

मेहँदी वाले हाथ वो तेरे पायल वाले पांव,
याद बहुत आते हैं मुझको तू और अपना गाँव !

तेरे मेहंदी लगे हाथों पे मेरा नाम लिखा है,
जरा से लफ्ज में कितना पैगाम लिखा है !

करतूतें तो देखियें मेहंदी की,
तेरा नाम क्या लिखी शर्म से लाल हो गई !

मेहँदी जो मिट कर हाथों पर रंग लाती है,
दो दिलों को मिलाकर कितनी खुशियाँ दे जाती है !

मेहंदी से सजे तेरे हाथों को चूम लेता हूँ
तो एक अलग ही दुनियाँ में खो जाता हूँ मैं !

किस्मत की लकीरें भी आज इठलाई हैं,
तेरे नाम की मेहँदी जो हाथों पर रचाई हैं !

चुरा के दिल मेरा मुठ्ठी में छिपाए बैठे है,
और बहाना ये है कि मेहंदी लगाए बैठे है !

उन आँखों की दो बूंदों से सातों सागर हारे हैं,
जब मेहँदी वाले हाथों ने मंगल-सूत्र उतारे हैं !

मेहँदी जब तुम मेरे नाम का लगाती हो,
तो क्या इसे तुम अपनी सहेलियों को भी दिखती हो !

पीपल के पत्तों जैसा मत बनो,
जो वक्त आने पर सूख कर गिर जाते है,
बनना है तो मेहँदी के पत्तों जैसा बनो !

Mehndi pe Lines

मेहंदी का रंग चढ़ा ऐसे मेरे हाथों में,
जैसे तेरा इश्क चढ़ा है मेरी सांसों में !

वो मेहंदी के हाथों में क्या तराशेंगे नाम हमारा,
जब नाम ही छुपा लिखा है उनके हाथों में !

शादी में लगी मेहँदी का रंग कभी नहीं छूटता है,
ऐसे मौके पर ना जाने कितने आशिकों का दिल टूटता है !

मेहंदी जो मिट कर हाथों पर रंग लाती है,
दो दिलों को मिलाकर कितनी खुशियाँ दे जाती है !

तुम्हारे हाथों में सजी है मेहंदी ये मेरे नाम की,
उम्र भर साथ चलेंगे हम कसम है अपने प्यार की !

हाथों की मेहंदी अपना रंग छोड़ जाती है,
दिल में किसी अजीज की एक याद उमड़ आती है !

सच्ची चाहत क्या होती है,
मेरे महबूब मुझे बता गए,
मेहंदी लगाकर वो प्यार की,
मेरा सरेआम कत्ल कर गए !

मेहंदी की महक से हुआ ये प्यार का नशा है,
हाथों को तुम्हारे चूमता मेरे दिल का तराना है !

तूने जो मेहंदी वाले हाथों में मेरा नाम लिखा हैं,
तुमकहो या ना कहों तुम्हारे दिल का प्यार मुझे दिखा है !

वो मुस्कुरा रही थी हाथो में मेहँदी लगाकर,
मेरे अरमानो को दफन कर वो,
नया घर बसा रही थी !

जो कभी होती थी मेरी जान,
दुल्हन बन कर आज वो बैठी है,
मैंने उसके हाथों में किसी और के,
नाम की मेहंदी आज देखी है !

लड़की के हाथों पर जब मेहँदी रचाई जाती है,
तो बहुत सारे रिश्तों की अहमियत बताई जाती है !

महेंदी का रंग तो फीका पड़ गया है,
मगर तेरे प्यार का रंग तो जैसा था वैसा ही है !

तेरे मेहँदी लगे हाथों पे मेरा नाम लिखा है,
जरा से लफ्ज में कितना पैगाम लिखा है !!

उसे शक है हमारी मुहब्बत पर लेकिन,
गौर नहीं करती मेहँदी का रंग कितना गहरा निखरा है !

Leave a Comment