100+ Alvida Shayari | अलविदा शायरी


Explore a collection of poignant emotions through our compilation of 100+ Alvida Shayari (Goodbye Poetry). These verses eloquently capture the bittersweet essence of farewells and partings. From heartfelt expressions of longing to hopeful wishes for the future, these Shayaris convey the depth of emotions that saying goodbye brings. Whether bidding adieu to a loved one, a chapter in life, or a cherished moment, these Shayaris evoke feelings of nostalgia, gratitude, and acceptance. Share these verses to express your sentiments or find solace in the art of letting go. Each Shayari encapsulates the beauty of endings and the promise of new beginnings.

Alvida Shayari

कह दिया उसने अलविदा
जिसने कभी जुदा होने के
बारे में सोचा भी नहीं था।

ये रस्म निभा ली जाये अब तो लाजमी है की,
अलविदा बोले बिना आपसे,
इस दुनिया से विदा हो जाये !

अलविदा कहना तुझे आसान तो नहीं था,
पर शायद कहना जरुरी था !

न कभी आवाज़ देना और न ही मुड़कर आना,
बड़ी मुश्किल से सीखा है मैंने अलविदा कहना !

अलविदा कह ही देते जाते वक्त,
कब तक ऐतबार करते रहे हम !

अलविदा ए गम ए यार तेरी जान छोड़ दी हमने,
लिख कर आज खुद को बेवफा कलम तोड़ दी हमने !

हर पल घुट-घुट के जीता हूँ,
जब से मैं तुझसे दूर हुआ हूँ !

अजीब यादें हैं तेरे इश्क की,
जो ये तेरा ही इंतजार करती हैं,
अलविदा कहते वक्त बेकरार करती हैं !

अलविदा कहते हुए जब उनसे कोई निशानी मांगी,
वो मुस्कुराते हुए बोले जुदाई काफी नहीं क्या !

उसे अलविदा कह कर मैं खुश था,
क्यूंकि वो मुझे अलविदा कह कर नाखुश नहीं थी !

मेरा कलेजा फट कर रह गया उस वक्त,
इस वक्त पलट कर अलविदा कहा उसने !

क्या पता अब तुमसे मिलना हो न हो,
चाह के फूलों का खिलना हो न हो,
बिन मिले ही या कहोगे अलविदा !!

बेशक अब हम दोनों जुदा है पर,
अब भी कुछ है बाकी जिससे ये रिश्ता जुड़ा है !

लिपट लिपट कर कह रही है,
ये आखरी शाम अलविदा कहने से पहले,
एक बार गले तो लगा लो !

बहुत अच्छी लगी हमे उसकी ये अदा,
पहले अपनापन फिर इश्क मोहब्बत और फिर अलविदा !

तुमसे हमको कहनी है वह बात आखिरी है,
पता नहीं फिर कब मिलन के लम्हे आएंगे,
शायद तुम्हारा और हमारा साथ आखिरी है ।

अलविदा कह दिया उन्हे,
जिनसे कभी जुदा होने के,
बारे मे सोचा भी नही था !

जिंदगी में तन्हा रहना तो मुमकिन नहीं,
तेरे साथ चलना दुनिया को गवारा भी नहीं,
इसलिए तेरा-मेरा दूर जाना ही बेहतर है !

अभी तो सफर शुरू भी नही हुआ,
तुमनें अभी से अलविदा कहने का मन बना लिया !

रुक सी गयी है जिन्दगी आज भी वही,
जिस मोड़ पर तुम ने अलविदा कहा था !

पास थे तो रोने की वजह बनते थे,
दूर जाकर शायद मुस्कुराना सीख लें !

अलविदा कहते डर लगता है,
मन क्यूँ दीवाना सा लगता है !

ना करना हमसे प्यार का फिर झुठा वादा,
माँगी है आज दुआ के तुझे भुल जाएँ हम !

अलविदा कहते डर लगता है,
मन क्यूँ दीवाना सा लगता है !

क्या पता अब तुमसे मिलना हो न हो,
चाह के फूलों का खिलना हो न हो,
बिन मिले ही या कहोगे अलविदा !!

नहीं चाहिए हमें किसी की,
झूठी हमदरदी हम खुश है अपनी,
तकलीफो के साथ !

हाथ पकड़ कर उसे छोड़ कर आने की हिम्मत नहीं,
अंदर मेरे तो निगाहों से जहाँ तक छोड़ सकते थे छोड़ आए !

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