100+ Khud me Shayari in Hindi

“100+ Khud Me Shayari” is a profound collection of verses that delve into the depths of self-discovery and introspection. With over a hundred poetic expressions, this anthology celebrates the journey of self-awareness and the intricate layers of one’s own being. Each shayari serves as a mirror, reflecting the complexities, aspirations, and revelations of the self. Whether you’re on a path of self-exploration or simply appreciate the beauty of introspective poetry, this collection offers insights and reflections that resonate with the innermost facets of your identity.

Khud me Shayari

खुद में ढूंढता हूँ अपनी तक़दीर को,
खुद में बसती है मेरी हक़ीक़त कोई।

खुद में छुपा है जवाब हर सवाल का,
खुद में बसा है मेरा आसमान कहीं।

खुद में ही छुपा है मेरा सब कुछ,
खुद में ही है मेरा जवाब किसी के सवाल का।

खुद में ढूंढता हूँ खुद को हर दिन,
खुद में ही मिलती है मेरी असली शान।

खुद में छुपा है वो सब कुछ,
जिसकी तलाश में हम हर दिन भटकते हैं।

खुद में ही ढूंढता हूँ सच्चाई को,
खुद में ही छुपी है मेरी हर खुशी कहीं।

खुद में ही बसा है मेरा सब्र और आस्था,
खुद में ही मिलता है मेरा जवाब जीवन के प्रत्येक सवाल का।

खुद में ही खो जाने का मौका दो,
खुद को पहचानो, तुम वो सोने की खान हो।

खुद में ही बसी है मेरी हकीकत,
खुद में ही ढूंढता हूँ खुद को हर दिन।

खुद में ढूंढते ढूंढते खो जाना है,
तब ही मिलेगा वो सच्चा आत्मविश्वास।

खुद में ही मिलता है सच्चा सफर,
जो हमें ले जाता है मानवता की ओर।

खुद में छुपा है मेरा सपना,
खुद में ही बसा है मेरा सब कुछ।

खुद में ही ढूंढता हूँ खुद को,
खुद को पहचानो, तुम वो दिन की ख्वाहिश हो।

खुद में ही छुपा है मेरा शांति का द्वार,
जब मैं वहां पहुँचता हूँ, तो सब कुछ स्पष्ट होता है।

खुद में ही मिलता है मेरा जवाब,
खुद में ही ढूंढता हूँ मेरे सवालों का सही उत्तर।

खुद में ही बसा है मेरा सच,
खुद में ही छुपा है मेरा सही रास्ता।

खुद में ही छुपी है मेरी ताक़त,
खुद में ही मिलता है मेरा सही दिशा।

खुद में ही छुपा है मेरा असली खज़ाना,
जो हमें बनाता है सफलता का रास्ता सही।

खुद में ही बसी है मेरी सबसे अच्छी बातें,
खुद को पहचानो, तुम वो अद्वितीय हो।

खुद में ही ढूंढता हूँ मेरी सच्ची पहचान,
खुद में ही बसा है मेरा असली खुद।

खुद में ही मिलता है मेरा असली आत्मा,
खुद में ही बसी है मेरी असली जगह।

खुद में ही मिलता है मेरा आत्म-समर्पण,
खुद में ही ढूंढता हूँ अपने मूल्यों को।

खुद में ही बसा है मेरा सच्चा रंग,
खुद को पहचानो, तुम वो महान हो।

खुद में ही छुपा है मेरा असली सपना,
खुद में ही बसा है मेरा असली जीवन।

खुद में ही मिलता है मेरा सच्चा मार्ग,
खुद में ही ढूंढता हूँ मेरी सच्ची मान्यता।

खुद में ही ढूंढता हूँ मेरे सच्चे मकसद को,
खुद में ही मिलता है मेरा सच्चा प्रेम।

खुद में ही बसा है मेरा सच्चा आत्मा,
खुद में ही छुपी है मेरी असली ताक़त।

खुद में ही छुपा है मेरा असली स्वरूप,
खुद को पहचानो, तुम वो अनुपम हो।

खुद में ही मिलता है मेरा सच्चा आत्म-समर्पण,
खुद में ही ढूंढता हूँ खुद को हर दिन।

खुद में ही छुपा है मेरा असली आत्मा,
खुद को पहचानो, तुम वो अनमोल रत्न हो।

खुद में ही बसा है मेरा निर्णय,
खुद में ही ढूंढता हूँ मेरा सही रास्ता।

खुद में ही छुपा है मेरा सच्चा स्वप्न,
खुद में ही बसी है मेरी असली जिन्दगी।

खुद में ही छुपा है मेरा सच्चा रूप,
खुद को पहचानो, तुम वो अद्वितीय चेहरा हो।

अपने ही दिल में हूँ खोया, खुद से बातें करता हूँ रोज़।

अपनी आँखों में छुपा है एक जहाँ, खुद में ही बसा हूँ, यही ख्वाब हूँ।

खुद से मिली रौशनी, खुद में ही हूँ सच्ची ज़िन्दगी।

खुद से बनी हूँ एक कहानी, अपनी ज़िन्दगी में, खुदा से मिली राहों में।

खुद से मिली खोई हुई बातें, अपने ही दिल के सवालों के जवाब।

अपनी आँखों में छुपा है एक सच, खुद में ही खोजता हूँ, अपना रास्ता।

खुद से मिली रौशनी में, खुद को पहचाना हूँ, खोजता हूँ।

अपने दिल की गहराइयों में, खुद से ही मिलता हूँ, खोजता हूँ।

खुद से बनी हुई हर राह, अपनी मंज़िल की खोज में हूँ।

अपनी आत्मा से मिली एक बात, खुदा में ही छुपा हूँ, खोजता हूँ।

खुद से बातें करता हूँ अकेला, अपने दिल की गुहार में हूँ।

खुद से मिला एक ख्वाब, अपनी ज़िन्दगी की मिसाल में हूँ।

खुद से ही सवालों का सामना, अपनी हकीकत का खुद ही जवाब हूँ।

अपनी आत्मा की गहराईयों में, खुद से ही मिला हूँ, खोजता हूँ।

खुद से बातें करता हूँ रातों में, अपने ही सवालों के जवाब में।

अपनी आँखों में छुपा है सच, खुद से ही मिलता हूँ, खोजता हूँ।

खुद से मिला हर सपना, अपनी ज़िन्दगी की मोहर में हूँ।

खुद से बनी हर कहानी, अपने ही सफर के रास्ते में हूँ।

अपने ही दिल की धड़कन में, खुद से ही मिलता हूँ, खोजता हूँ।

खुद से बनी हुई मुसीबतें, अपने ही हाथों में सुलझाता हूँ।

खुद से मिला हर ख्वाब, अपनी ज़िन्दगी की सबसे महत्वपूर्ण कहानी में हूँ।

अपनी आत्मा की गहराईयों में, खुद से ही मिलता हूँ, खोजता हूँ।

खुद से मिली बेहद यादें, अपनी ज़िन्दगी की सबसे प्यारी किताब में हूँ।

अपनी ही बातों में, खुद से ही बसा हूँ रोज़।

खुद से बनी हुई राह, अपनी मंज़िल की खोज में हूँ।

अपनी आत्मा से मिली सच्चाई, खुद से ही मिलता हूँ, खोजता हूँ।

खुद से बातें करता हूँ रातों में, अपने ही सवालों के जवाब में।

खुद से ही सवालों का सामना, अपनी हकीकत का खुद ही जवाब हूँ।

अपनी ही मोहब्बत में, खुद से ही बसा हूँ, खोजता हूँ।

खुद से बनी हुई राहों में, अपनी मंज़िल की ओर बढ़ता हूँ।

अपनी आत्मा से मिली सच्चाई, खुद से ही मिलता हूँ, खोजता हूँ।

खुद से बनी हुई मोहब्बत में, अपने ही दिल को पहचानता हूँ।

अपनी ही दिलचस्प बातों में, खुद से ही मिलता हूँ, खोजता हूँ।

खुद से बातें करता हूँ अकेला, अपने ही दिल की बातें में।

खुद से मिली रौशनी में, खुद को पहचानता हूँ, खोजता हूँ।

अपनी ही मोहब्बत में, खुद से ही बसा हूँ, खोजता हूँ।

खुद से ही बातें करता हूँ रोज़, अपने ही सवालों के जवाबों में।

खुद से मिला हर सपना, अपनी ज़िन्दगी की मोहर में हूँ।

खुद से ही बातें करता हूँ रातों में, अपने ही सवालों के जवाब में।

खुद से मिला हर ख्वाब, अपनी ज़िन्दगी की सबसे महत्वपूर्ण कहानी में हूँ।

खुद से ही बातें करता हूँ रातों में, अपने ही सपनों की दुनिया में।

खुद से मिला हर सच, अपनी ज़िन्दगी की खोज में हूँ।

अपनी ही चुपी हुई बातों में, खुद से ही मिलता हूँ, खोजता हूँ।

खुद से मिला हर सपना, अपनी मंज़िल की दिशा में हूँ।

अपनी ही मोहब्बत में, खुद से ही बसा हूँ, खोजता हूँ।

खुद से ही सवालों का सामना, अपनी हकीकत का खुद ही जवाब हूँ।

खुद से बनी हुई हर राह, अपनी मंज़िल की ओर बढ़ता हूँ।

अपनी आत्मा से मिली सच्चाई, खुद से ही मिलता हूँ, खोजता हूँ।

खुद से मिला हर ख्वाब, अपनी ज़िन्दगी की सबसे महत्वपूर्ण कहानी में हूँ।

अपनी ही मोहब्बत में, खुद से ही बसा हूँ, खोजता हूँ।

खुद से बातें करता हूँ रातों में, अपने ही सपनों की दुनिया में।

खुद से मिला हर सच, अपनी ज़िन्दगी की खोज में हूँ।

अपनी ही चुपी हुई बातों में, खुद से ही मिलता हूँ, खोजता हूँ।

खुद से मिला हर सपना, अपनी मंज़िल की दिशा में हूँ।

अपनी ही मोहब्बत में, खुद से ही बसा हूँ, खोजता हूँ।

खुद से ही सवालों का सामना, अपनी हकीकत का खुद ही जवाब हूँ।

खुद से बनी हुई हर राह, अपनी मंज़िल की ओर बढ़ता हूँ।

अपनी आत्मा से मिली सच्चाई, खुद से ही मिलता हूँ, खोजता हूँ।

खुद से मिला हर ख्वाब, अपनी ज़िन्दगी की सबसे महत्वपूर्ण कहानी में हूँ।

अपनी ही मोहब्बत में, खुद से ही बसा हूँ, खोजता हूँ।

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