100+ Judai Ki Raat Shayari in Hindi

“100+ Judai Ki Raat Shayari” is a poignant collection that delves into the emotions and experiences of separation during the night. With over a hundred verses, this anthology beautifully captures the essence of loneliness, heartache, and the profound moments of longing that come with parting ways. Each shayari is a reflection of the complex emotions and thoughts that haunt us in the solitude of a night of separation. Whether you’re going through the pain of separation or appreciate the beauty of expressing such feelings through poetry, this collection offers a touching exploration of “Judai Ki Raat” (the night of separation) through the art of shayari.

Judai Ki Raat Shayari

जुदाई की रातों में दर्द की तस्वीर होती है,
आँखों में आंसू, दिल में बेकरार होती है।

जुदाई की रातों में चाँद की तरह अकेला हूँ,
तेरी यादों के साथ, ये रातें बेहद तन्हा होती हैं।

जुदाई की रातों में सितारों का दरिया होता है,
ख्वाबों का सफर, दिल की आवाज़ की तरह बेचैन होता है।

जुदाई की रातों में आसमां भी रो पड़ता है,
दर्द की इस रात में, खुदा से यही सवाल होता है।

जुदाई की रातों में खुद को खो देता हूँ,
तुझसे दूर जाने का दर्द, ये दिल से सच कहता है।

जुदाई की रातों में तेरी ख़्वाबों की बुनाई होती है,
दिल की गहराइयों में, तेरी यादों की सिलवटें होती हैं।

जुदाई की रातों में दिल का दरिया बह जाता है,
खुदा से ये दुआ, मेरे प्यार को सलामत रखना है।

जुदाई की रातों में चाँद की तरह दर्द कम होता है,
लेकिन दिल की आवाज़, तेरी यादों में गुम होती है।

जुदाई की रातों में दिल रोता है सुना,
तेरी यादों में खो कर, ये दर्द सुना होता है।

जुदाई की रातों में चाँद के साथ बातें करता हूँ,
तुझसे मिलने की आस है, मेरी रातें तड़पती हैं।

जुदाई की रातों में तुझे खोकर ही जीता हूँ,
तेरे बिना हर साँस, मेरे लिए आदूरी होती है।

जुदाई की रातों में चाँद की बुद्दुआएँ करता हूँ,
तेरे पास जाने का सपना, मेरे दिल को बेचैन करता है।

जुदाई की रातों में तेरी यादें सताती हैं,
खुदा से ये दुआ, तुझे मेरी यादें सदा याद रखना।

जुदाई की रातों में दिल को रुलाता हूँ,
तुझसे दूर जाने का दर्द, ये दिल से सच कहता है।

जुदाई की रातों में तुझे चाँद से खत लिखता हूँ,
तेरे बिना जीने का ख्वाब, मेरा दिल देखता है।

जुदाई की रातों में चाँद की तरह अकेला हूँ,
तेरी यादों के साथ, ये रातें बेहद तन्हा होती हैं।

जुदाई की रातों में तेरी आवाज़ सुनता हूँ,
खुदा से ये दुआ, तुझे हमेशा सलामत रखना है।

जुदाई की रातों में तेरी छवि देखता हूँ,
तेरे बिना हर साँस, मेरे लिए आदूरी होती है।

जुदाई की रातों में तुझे ख्वाबों में पाता हूँ,
तेरे पास जाने का सपना, मेरे दिल को बेचैन करता है।

जुदाई की रातों में दिल का दरिया बह जाता है,
खुदा से ये दुआ, मेरे प्यार को सलामत रखना है।l

जुदाई की रातों में तेरी ख़्वाबों की तलाश करता हूँ,
तेरे बिना जीने का दर्द, ये दिल हर पल बरसात करता है।

जुदाई की रातों में तेरी यादों से बातें करता हूँ,
खुदा से ये दुआ, तुझे मेरी ख़ुशियाँ सदा याद रखना।

जुदाई की रातों में तेरी आवाज़ को सुनता हूँ,
तेरे बिना हर लम्हा, मेरे लिए सुनसान होता है।

जुदाई की रातों में तुझे ख्वाबों में पाता हूँ,
तेरे पास जाने का ख़्वाब, मेरा दिल अपनाता है।

जुदाई की रातों में तेरी छवि देखता हूँ,
तेरे बिना हर पल, मेरे दिल को बेचैन करता है।

जुदाई की रातों में तेरी यादों से अलग नहीं होता हूँ,
तेरी छाया की तरह, ये दर्द मेरे साथ चलता है।

जुदाई की रातों में तेरे प्यार की बातें याद करता हूँ,
खुदा से ये दुआ, तुझे हमेशा खुश रखना है।

जुदाई की रातों में तेरी यादों से दिल को बहलाता हूँ,
तेरे बिना हर दर्द, मेरे दिल की गहराइयों में समा होता है।

जुदाई की रातों में तुझे चाँद से खत लिखता हूँ,
तेरे यादों का खज़ाना, मेरे दिल के पास होता है।

जुदाई की रातों में तेरे बिना हर चीज क़दम पर,
तेरी ख़ुशियाँ ही मेरे लिए सब कुछ होती हैं।

जुदाई की रातों में तेरी यादों से बहुत डरता हूँ,
खुदा से ये दुआ, तू मेरे सपनों में हमेशा पास होता है।

जुदाई की रात है, चाँदनी भी है रोई,

दिल टूटा है, रात भी है सोई।

तेरी यादों में रातें लम्बी हो जाती हैं,

जुदाई की रात में, आँसू बरसा जाते हैं।

मोहब्बत की राहों में, है सफर ये लम्बा,

जुदाई की रात में, हर दर्द है ज़मा।

दिल टूटा है, रात भर की बेहद रौशनी,

जुदाई की रात में, हर सपना है छूटा।

चाँदनी रातों में, बड़ी गहराई है,

जुदाई की रात में, दिल की तनहाई है।

रातें लम्बी हैं, जुदाई की साथी,

दिल में है दर्द, आँसू भी बरसाती।

जुदाई की रातों में, रातें बेहद खामोश,

दिल का दर्द छुपा है, आँसू बरसे हैं रोशनी में।

रातें बुरी हो गईं, जुदाई की बातें रौंगती,

दिल में है दर्द, चाँदनी से है दूरी बढ़ती।

चाँदनी की रातों में, है दर्द का सामना,

जुदाई की रात में, दिल की है आवाज़ बरसना।

जुदाई की रात में, दिल भरा है ख्वाबों से,

रातें हैं लम्बी, आँसू हैं राज़ यहाँ से।

तन्हाई की रातों में, है दिल की चोटें गहरी,

जुदाई की रात में, दिल की है सोच उधेरी।

रातों की तन्हाई में, है दिल का दर्द बढ़ता,

जुदाई की रात में, हर पल दिल को रुलाता।

चाँद से रूठा है दिल, रातें हैं बेराहम,

जुदाई की रात में, हर पल है दर्दनाक किस्सा।

दिल की धड़कन में, बसी है तेरी यादें,

जुदाई की रात में, चाँदनी से है बेहद फासला।

रातों की चाँदनी में, है तेरी बेहद तस्वीर,

जुदाई की रात में, दिल है बहुत बेचैन सा।

दिल की गहराइयों से, निकला है दर्द,

जुदाई की रात में, हर रात है कई सवाल।

जुदाई की रात में, है दिल का दर्द बढ़ता,

रातें हैं लम्बी, ख्वाबों में तेरी बातें।

तन्हाई में है दिल, रातें हैं बे-ख्वाब,

जुदाई की रात में, हर आँसू है कई सवाल।

दिल में छुपी है रातों की बेहद तन्हाई,

जुदाई की रात में, हर ख्वाब है फिर खोई।

रातें लम्बी हैं, तेरी यादों का साथी,

जुदाई की रात में, दिल है बहुत ही उदासी।

चाँदनी रात में, बढ़ता है तेरा इंतजार,

जुदाई की रात में, दिल है बहुत बे-क़रार।

जुदाई की रात है, रातें लम्बी बहुत,

दिल को छू जाए, तेरे बिना हर रात।

दिल की तनहाई में, है तेरी बेहद यादें,

जुदाई की रात में, आँसू बरसे हैं चाँदनी में।

रातें हैं सन्नाटा सी, जुदाई की बातें सुनाती,

दिल में है दर्द, आँसू बरसे हैं सितारों से।

रात का साया है, और दिल में है बेहद गहराई,

जुदाई की रात में, आँसू हैं कहानी सुनाते।

चाँदनी रात में, छुपी है बेहद तन्हाई,

जुदाई की रात में, हर दर्द है दास्तान सुनाता।

रात की गहराइयों से, है दिल का दर्द बढ़ता,

जुदाई की रात में, हर सितारा है बेहद रौंगती।

जुदाई की रात में, हर तारा है गुमनाम,

दिल में है दर्द, रातें हैं बेहद बेहद उदास।

रात की गहराइयों से, चमकते हैं आँसू,

जुदाई की रात में, हर सितारा कहता है कहानी।

जुदाई की रात में, आँसू हैं बारिश की तरह,

दिल का दर्द है, रातें हैं लम्बी बेहद।

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