100+ Book Quotes in Hindi | किताबों पर अनमोल विचार

Book quotes are like stars that guide us through the vast cosmos of literature, offering glimpses of wisdom, emotion, and profound insight. Within the pages of countless books, great authors have crafted sentences that resonate deeply with readers, transcending time and space to touch the human soul. These quotes are cherished for their ability to encapsulate complex ideas, emotions, and experiences in a few carefully chosen words. From classic literature to contemporary works, book quotes serve as beacons of light, guiding readers on a journey of self-discovery and understanding. They have the power to evoke a range of emotions, from laughter to tears, and can leave an indelible mark on the hearts and minds of those who encounter them. Whether they inspire, challenge, or console, book quotes have the ability to connect with readers on a profoundly personal level. Many book quotes have become cultural touchstones, often referenced in everyday conversations, speeches, and even movies. They have the capacity to shape popular culture and become shared references that bind societies together. From Shakespearean sonnets to philosophical musings, from poetic allegories to heartwarming tales, book quotes embody the essence of human creativity and imagination.

Book Quotes

एक अच्छी किताब एक अच्छे बैंक की तुलना में ज्यादा दौलत रखती है।

बिना किताबों का कमरा बिना आत्मा वाली देह की तरह है।

अनेकों बार किसी एक किताब ने किसी का भविष्य संवारा है।

वाक्य नुकीली कीलों की तरह है जो हमारी याददाश्त पर सच की परत चढ़ा देते है।

पढ़ना किसी दूसरे व्यक्ति के मन के ज़रिये सोचने का एक साधन है: यह आपको अपने सोच को विस्तृत करने के लिए बाध्य करता है।

मनुष्य जाति ने अब तक जो भी किया है, सोचा है और हासिल किया है, वह सब पुस्तकों के पन्नों में समाया है।

किताबें विचारों की प्राथमिक वाहक है।

भविष्य उन्हीं का है जो यह सीख जाते है कि उन्हें क्या सीखने की जरूरत है ताकि वे वही कर सकें जो उन्हें करने की जरूरत है।

पढ़ना मात्र मस्तिष्क को ज्ञान की सामग्री देता है; हमारी सोच है जो उसे अपना बना लेती है।

जो भी कोई पढ़ सकता है, वह गहराई से पढ़ना सीख सकता है ओर अधिक सम्पूर्णता हासिल कर सकता है।

पढ़ने की कला एक हुनर है किसी भी तरह के संचार और बातचीत को समझने का। जितना बेहतर तरीके से हो सके।

पढ़ने की कला एक हुनर है किसी भी तरह के संचार और बातचीत को समझने का। जितना बेहतर तरीके से हो सके।

एक व्यक्ति जो अच्छी किताबें नहीं पढ़ता, उस व्यक्ति से किसी मायने में बेहतर नहीं है जो कि अनपढ़ है।

जो लोग पढ़ सकते है, वे दुगने रूप में बेहतर देख सकते है।

जो भी व्यक्ति पढ़ना जानता है, वह खुद को बड़ा बना सकता है, अपने व्यक्तित्व को और विकसित कर सकता है, जीवन को अधिक सम्पूर्णता, महत्व और दिलचस्पी से जी सकता है।

ज्ञान प्राप्त करने में इनवेस्ट करना सर्वाधिक लाभप्रद होता है।

एक प्रतिस्पर्धा पूर्ण दुनिया में दो ही बातें सम्भव हैं। आप परास्त हो सकते हैं, या अगर जीतना चाहते हैं, तो आपको बदलना होगा।

पुस्तकों का जीवन में वही महत्व है जो महत्व सूर्य का पृथ्वी के लिए है।

अपने समय का सुदपयोग कीजिए दूसरों के लिखे हुए से खुद को बेहतर बनाने में, ताकि आपको वह सब आसानी से प्राप्त हो जिसके लिए औरों ने मेहनत की है।

समझदार लोग मुश्किल वक्त में किताबों से ही सांत्वाना प्राप्त करते हैं।

आप कितनी मुश्किलों का सामना करते हैं, खुद को इससे मत आँकिए, बल्कि इससे कि कितनी मुश्किलें आपके रास्ते में आती है।

श्रेष्ठ पुस्तकों में, महान लोग हमसे बात करते हैं। हमें देते हैं सबसे मूल्यवान विचार, और अपनी आत्माएं उंडेल देते हैं हमारी आत्माओं में।

स्याही की एक बूँद कितने ही लोगों को सोचने को मजबूर कर देती है।

जीवन को खुशहाल बनाने के लिए तीन चीजें जरूरी है भगवान की कृपा, किताबें और एक दोस्त।

सबसे लाभदायक पुस्तकें वह होती है जो कि आपको सबसे अधिक सोचने को मजबूर करें।

अगर एक किताब पढ़ने से हमारा मानस, क्रांतिकारी रूप से नहीं हिल जाता, तो उसे पढने में समय व्यर्थ न करें।

शब्द सही मायनों में मानव द्वारा इस्तेमाल किया जाने वाले सबसे शक्तिशाली शस्त्र है।

पुस्तक हमारे भीतर जमे हुए समुद्र के लिए निश्चय ही एक कुल्हाड़ी है।

किसी भी अन्य आविष्कार से भिन्न, लेखक ने मानव चेतना को बदल कर रख दिया है।

पढ़ना मस्तिष्क के लिए कैसा है, जैसी कसरत शरीर के लिए।

किताबों का असली मकसद होता है मस्तिष्क को सोचने के लिए मजबूर करना।

पानी ऐसा करघा है जिस पर हमारी अन्दरूनी पोशाक बुनी जाती हैं। घटिया पढ़ाई हमारे दिल और दिमाग को घटिया पोशाक पहना देती है।

किताबों का चयन, मित्रो के चयन की ही तरह महत्वपूर्ण है। हम जो पढते है उसके लिए हम उतने ही जिम्मेदार है जितना कि जो हम करते हैं उसके लिए।

कोई व्यक्ति दो चीजों से ही सकता है-एक तो पढ़कर और दूसरे, बढ़िया लोगों का साथ करके।

किताबें टेलीविजन के विपरीत होती है। वे धीरे से आपसे घुलकर, प्रोत्साहित करके, बुद्धि को जागृत करके, आपकी उत्पादक क्षमता को बढ़ती है।

ताकत का नया स्रोत कुछ लोगों के हाथ में धन होना नहीं है, बल्कि कई लोगों के हाथ में सूचना होना है।

भविष्य का निरक्षर वह व्यक्ति नहीं होगा जो पढ़ नहीं सकता। वह ऐसा व्यक्ति होगा जो यह नहीं जानता कि कैसे सीखें।

ब्रह्माण्ड का सिर्फ एक कोना ऐसा है जिसे आप निश्चित रूप से सुधार सकते हैं और वह है आप खुद।

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