Dua Shayari in Hindi : दोस्तों क्या आपने भी कभी किसी के लिए दुआ मांगी है किसी के लिए नहीं तो अपने लिए तो जरूर मांगी होगी । वो कहते हैं ना अगर तुम शिद्दत से कुछ भी मांगू तो मिल ही जाता है । दोस्तों यदि आप अपने लिए या किसी अपने के लिए एक अच्छी दुआ मांगते हो तो क्या पता आपकी दुआ कभी ना कभी कबूल हो जाए इसीलिए यदि आप भी किसी के लिए दुआ शायरी भेजना चाहते हैं या किसी के लिए अच्छी दुआ देना चाहते हैं तो इस पोस्ट में हमने एक बेहतरीन Dua Shayari in Hindi इलेक्शन पेश किया है जो आपको बहुत पसंद आएगा ।
Dua Shayari
न कोई गिला करता हूँ न शिकवा करता हूँ
तुम सलामत रहो बस यही दुआ करता हूँ !
तेरे गमों को तेरी खुशी कर दे,
हर सुबह तेरी दुनिया में रौशनी भर दे,
जब भी टूटने लगे तेरी साँसे,
खुदा तुझमे शामिल मेरी जिन्दगी कर दे !
लौट आती है हर बार दुआ मेरी खाली,
जाने कितनी ऊँचाई पर खुदा रहता है !
तेरी मोहब्बत की तलब थी,
तो हाथ फैला दिए वरना,
हम तो अपनी जिन्दगी के लिए भी,
दुआ नहीं करते !
सुना था कि हर चीज मिल जाती है दुआ से,
वो क्यों नहीं मिलता जिसे माँगा था खुदा से !
उनके साथ जीने का एक मौका दे दे ए खुदा,
तेरे साथ तो हम मरने के बाद भी रह लेंगे !
Best Dua Shayari
दुआएँ मिल जाये यही काफी है,
दवाए तो कीमत अदा करने पर मिल ही जाती है !
तेरी मोहब्बत की तलब थी इसलिए
हाथ फैला दिए वरना हमने तो,
अपनी जिन्दगी की भी दुआ नहीं माँगी !
तुम दुआ हो मेरी सदा के लिए
मै जिंदा हूँ तुम्हारी दुआ के लिए
कर लेना लाख शिकवे हमसे,
मगर कभी खफा न होना खुदा के लिए !
मैंने वहाँ भी तुझे माँगा था,
जहाँ लोग सिर्फ खुशियाँ माँगा करते हैं !
मुझे याद रखना दुआओं में यारों,
बहुत दूर इक दिन चला जाऊँगा मैं !
मैंने तो हर दुआ में यही माँगा,
उसकी हर दुआ कुबूल हो !
हमने ये तो नहीं कहा की,
आपके लिए कोई दुआ ना मांगे,
बस इतना कहते है की दुआ में,
कोइ आपको ना मांगे !
दिल रहे साफ और,
लबो पर हंसी रहे रब,
सबकी जिंदगी में खुशी रहे !
न जाने किसने पढ़ी है मेरे हक में दुआ,
आज तबियत में जरा आराम सा है !
तेरी मोहब्बत की तलब थी,
इसलिए हाथ फैला दिए
वरना हमने तो अपनी,
जिन्दगी की भी दुआ नहीं माँगी !
जब भी देखता हूँ किसी के हँसते हुए चेहरे,
दुआ करता हूँ इनको कभी मोहब्बत ना हो !
जब कभी दिल दुआ देगा,
तो नफरत को मिटा देगा,
ये बेचारा इंसान क्या देगा,
जो भी देगा खुदा देगा !!
वादे से पहले ये दुआ माँग लीजिये,
या रब उसे मेरी कसम का ऐतबार हो !
तुझे पाकर सारी दुआ कुबुल हो गई है,
तू मिली तो मुझे मेरी जन्नत मिल गई है !
भूल न जाऊं माँगना उसे हर नमाज के बाद
यही सोच कर हमने नाम उसका दुआ रक्खा है !
कोई जख्म देते रहा हम हंसके सहते रहे,
भला हो जाए उसका हम दुआ देते रहे !
सच तो यह है कि दुआ ने न दवा ने रखा,
हमको जिंदा तेरे दामन की हवा ने रखा !
मांगी है दुआ इस यकीन के साथ,
कट जाए मेरी जिंदगी इस बेवफा के साथ !
ना जाने कौन मेरे हक में दुआ करता है,
डूबता भी हु तो समुन्दर उछाल देता है !
सख्त राहों में भी आसान सफर लगता है,
यह मेरी मां की दुआओं का असर लगता है !
मुश्किल राहों में जो आसान सफर लगता है,
ये मेरे माँ और बाप की दुआओं का असर लगता है !
यकीं और दुआ नजर नहीं आती मगर,
नामुमकिन को मुमकिन बना देती !
वो आ गए मिलने हमसे एक शाम तन्हाई मिटाने,
और हम समझ बैठे इसे अपनी दुआओं का असर !
दुआ को केवल दुखों में,
मांगने के लिए नहीं,
बल्कि जीने का तरीका बनाओ !
माँगा करेंगे अब से दुआ हिज्र-ए-यार की,
आखिर को दुश्मनी है दुआ की असर के साथ !
दुआएँ मिल जाये यही काफी है,
दवाए तो कीमत अदा करने पर मिल ही जाती हैं !
हमने चाहा आपको आपने चाहा किसी और को,
हमारी दुआ है की खुदा न करे तुम्हे चाहने वाला,
कभी चाहे किसी और को !
उल्फत-ए-यार में खुदा से और माँगू क्या,
ये दुआ है कि तू दुआओं का मोहताज न हो !