Beti Par Shayari (बेटी पर शायरी) : एक बेटी का रिश्ता बहुत ही खास होता है माँ बाप के लिए आज के समय में बेटियां भी बेटों की तरह ही माँ-बाप का नाम रोशन कर रहीं हैं । बेटी-बीटा का रिश्ता एक समान माना जाता है लेकिन कुछ लोग अवि भी हमारे समाज में ऐसे हैं जो बेटी बेटा को एक समान नही मानते हैं इन लोगों के कारण बेटी को उसका हक नहीं मिल पाता है । आज हम इसी संधर्भ में Beti Par Shayari, Daughter Status in Hindi लाये हैं जिस में हमने बेटिओ की सूज भुज और काबिलियत को दर्शाया गया है ।
Beti Par Shayari in Hindi
बेटी से ही आबाद हैं सबके घर-परिवार,
अगर न होती बेटियाँ थम जाता संसार !
साथ में अपने खुशियों की सौगात लाई है,
नन्ही सी परी आज तुम्हारे घर पर आई है !
हजारो रंग है जिंदगी में,
उनमे सबसे खूबसूरत रंग होती है बेटियाँ !
लक्ष्मी का वरदान हैं बेटियाँ,
सरस्वती का मान हैं बेटियाँ,
धरती पर भगवान हैं बेटियाँ !
सब ने पूछा बहु दहेज़ में क्या-क्या ले आई,
किसी ने ना पूछा बेटी क्या-क्या छोड़ आई !
बेटियाँ तो बेटियाँ होती हैं,
अपने घर की शान और,
सबकी जान होती है !!
बेटे भाग्य से होते हैं,
पर बेटियाँ सौभाग्य से होती हैं !
हर परिवार के कुल को बढ़ाती है बेटियां,
फिर भी पैरों तले कुचल दी जाती है बेटियां !
बेटी हुई है घर में जिसके,
भाग्य हो उसका निराला,
हर क्षेत्र में बढ़ती आगे,
करती हर घर में उजाला !!
जरूरी नही रौशनी चिरागों से ही हो,
बेटियाँ भी घर में उजाला करती हैं !
बेटी होने का कर्ज चुकाया,
अब बहू होने का फर्ज निभा रही है,
आज भी कहीं किसी कोने में वो,
छुपकर अपने सारे ख़्वाब छुपा रही है !
बेटियाँ सब के मुकद्दर में कहा होती,
जो घर खुदा को पसंद आ जाए,
बस वहाँ होती हैं !
बेटियाँ सब के मुकद्दर में कहा होती,
जो घर खुदा को पसंद आ जाए,
बस वहाँ होती हैं !!
बेटी नहीं है बोझ किसी पर,
होती है सबका आधार,
पढ़ लिख कर जब हो शिक्षित,
देती जीवन को आकार !!
अपनी होकर भी पराई मानी जाती है,
तभी तो बेटी माँ की परछाईं कहलाती है !!
बेटियाँ हर किसी की जगह ले सकती है,
पर बेटी की जगह कोई नहीं ले सकता !
माता पिता के दिल में रहती हैं बेटियां,
धड़कन बनकर धड़कती हैं बेटियां,
बेटियां ना हों तो सूना होगा सब संसार,
बेटियां ना हों तो अधूरा है हर परिवार !
बेटियों को जैसे संस्कार मिलेंगे,
वैसे ही समाज का निर्माण होगा !!
एक बेटा तब तक आपका बेटा है,
जब तक वह अविवाहित है,
पर एक बेटी जीवन भर एक बेटी होती है !
कुछ तो ताकत जरूर होती हैं बेटियों में,
वो माँ का दर्द बिन कहे ही समझ जाती है !
बेटियां अगर पिता का गुरूर होती है,
तो माँ का भी सम्मान होती है बेटियां !
एक मीठी सी मुस्कान हैं बेटी,
यह सच है कि मेहमान हैं बेटी,
उस घर की पहचान बनने चली,
जिस घर से अनजान हैं बेटी !
एक शख्स कहने लगा,
अच्छा हुआ मेरी बेटी नहीं हैं,
इतने मसले होते हैं,
एक आवाज आई हमारा रब बेटी उसी को,
उसे अता करता है जिस को बेटी पालने की औकात होती है !
देवी का रूप देवों का मान हैं बेटियां,
परिवार के कुल को जो रोशन करें,
वो चिराग हैं बेटियां !
अगर संसार में बेटी ना होती है
तो संसार की रचना ही ना होती!..
बेटी होती है ईश्वर का आशीर्वाद
उसको भी उतना ही है
जीने का अधिकार…
पराई होकर भी
पराई नहीं रह पाती है।
एक बेटी ही दूसरे के घर में
घर का चिराग लाती है।
बेटियों से ही आबाद है दुनियां…
बेटी ना होती तो थम जाती ये दुनियां…
पिता के लाडो में जो पली
एक अनजान रिश्ते में बंधकर
पिता के दामन को छोड़ चली
एक औरत की इज्जत
वही कर सकता है
जिसके घर में बिटिया होती है।
नाज है मुझे उस बेटी पर
जो अपनी इज्जत संभालते हुए भी
कभी पुरुषार्थ में पीछे नहीं हटती!…
पिता के लिए सबसे मीठा संगीत…
उसकी बेटी की
प्यारी मीठी सी आवाज होती है!…
एक बेटी ही पिता के जीने का
हौसला और जीने का जुनून होती है।
दुनिया में रोशनी चिरागो से होती है
लेकिन घर का चिराग रोशन
एक बेटी ही करती है!…
बेटियां घर में बेचारी नहीं होती
बेटियां घर की रानी होती हैं…
लोग कहते हैं बेटियां पराई होती है
लेकिन परायों को भी अपना
सिर्फ बेटियां ही बनाती हैं।
मेरे बेटी मेरे लिए सबसे है खास
हमारे रिश्ते का है एक अनोखा अहसास
मेरी बेटी पर रहता है मुझको हमेशा नाज…
बेटी की शादी भी करो
उसकी रजा से…
वर्ना उसकी जिन्दगी
कम नहीं किसी सजा से…
दुनिया के हजार रिश्तो में एक सच्चा प्यारा
और भावनाओं से भरा हुआ रिश्ता है बेटी…
एक बेटी होती है पिता के दिल की धड़कन और
पिता की जान इसीलिए तो पिता से
हो नहीं पाता आसानी से कन्यादान…
वह होती है पापा की परी…
जो नहीं रखती पिता की कोई इच्छा अधूरी…
बेटी जो हर वक्त माता-पिता से दूर रहती है…
लेकिन सच यह है की वही हमेशा उनके
दिल के बहुत करीब रहती है!..
बेटियां सबकी किस्मत में कहां होती हैं।
जो इन्हें पालने की औकात रखते हैं…
बेटियां वहां होती हैं।
खुदा जिसे मोहब्बत करता है
उसी के घर होती है बेटियां
सबकी किस्मत में कहां होती है बेटियां
अपने दिल का टुकड़ा होते हुए भी
जिसे पराया माना जाता है
वह है बेटियां…
घर में भाग्य से बेटा जन्म लेता है
लेकिन जिनका सौभाग्य हो
उन्हीं के घर बिटिया जन्म लेती हैं…
घर के आंगन की महक है बेटी
माता पिता के दुख का सहारा है बेटी
एक नहीं… दो कुलों को तारती है बेटी
सुख में तो सभी साथ दे जाते हैं
लेकिन एक बेटी ही ऐसी होती है
जो हर दुख में भी साथ खड़ी रहती है।
घर पर बोझ नहीं, घर का मान है बेटी
घर के आंगन की महकती महक है बेटी
माता पिता की जान है बेटी…
रोशनी सिर्फ चिरागों से ही नहीं होती
घर में उजाला बेटियों से भी होता है।
पिता की जान है बेटी
माँ की परछाई है बेटी
Beti Par Shayari Collection 2023
कुछ लोग कहते हैं कि बेटियों की
हर ख्वाहिश पूरी नहीं होती!..
लेकिन फिर भी बेटियाँ
कभी अधूरी नहीं होती!…
जिंदगी के हजार रंग हैं…
उन रंगों में से एक भावनाओं के
एहसास से भरा रंग है बेटी!!
हर बेटी की हर ख्वाहिश कभी पूरी नहीं होती…
लेकिन फिर भी पापा की परी कभी नहीं रोती…
बेटी पापा के घर में मेहमान होती है…
लेकिन इन सभी फालतू की बातों से
हर बेटी अनजान होती है!…
बेटे से वंश बढ़ता है
तो बेटी ही वंश को लेकर आती है
अगर बेटा घर की शान है
तो बेटी घर की आन है…
पापा की परियां
पापा के घर की मेहमान होती हैं!..
ससुराल में बेटियों को
गैरों की दुनिया बसानी होती है!..
ख्वाबों के पंख लगाकर सपनों में उड़ती है बेटियाँ…
पापा के हर सपने को सच कर जाती है बेटियाँ…
बेटी जब बहू का रूप ले लेती हैं
तब उसके रिश्तो के कई नाम हो जाते हैं
बहू, पत्नी,चाची, ताई, माँ, भाभी, ननंद…
दुनिया में सब के नसीब में
बेटियाँ कहां होती हैं?
खुदा को जो घर पसंद आ जाए
बेटियाँ वहां होती हैं।
जो लोग अपनी बेटी को कोख में ही मरवाते हैं
क्या ऐसे लोग अपना जन्म किसी
पुरुष की कोख से लेकर आते हैं?
बेटी बोझ नहीं सहारा है
उसे भी जिंदगी जीने का अधिकार है
शिक्षा ही बेटी का हथियार है
बेटी पढ़ाओ, बेटी बचाओ
पिता के घर में मेहमान है बेटी
अपने घर की शान है बेटी
जिन लोगों से अनजान है बेटी
उस घर की पहचान है बेटी
फूलों की महकती महक है बेटी
इंद्रधनुष का रंग है बेटी
सुरों का संगम है बेटी
देवों का आशीर्वाद है बेटी
कहते हैं बेटियां मायके में
मेहमान होती है लेकिन…
ससुराल में जाकर अनजान
बहू होकर भी वो उस घर की
पहचान बन जाती है।
मेरे चेहरे की मुस्कान हो तुम
अपनी माँ की परछाई हो तुम
कांटो में खिला हुआ गुलाब हो तुम
तुम सिर्फ मेरी बेटी नहीं मेरी जान हो तुम
हर बेटी अपने दिल के अंदर
भावनाओं का भंडार समेटे रहती हैं…
इसीलिए तो बेटियां लक्ष्मी का रूप
और सरस्वती का सुर कहलाती है।
खिलता हुआ गुलाब है बेटी
माता-पिता के दिल को समझती है बेटी
घर को रोशन करती है बेटी
अगर लड़का वर्तमान है
तो आने वाला भविष्य है बेटी
जिसकी मुस्कुराहट देखकर
मेरी आंखों में चमक आ जाती है!…
वह बेटी ही तो है जो सबके
दुख समेट कर जी जाती है!..
बेटियां कभी जहमत नहीं होती
बेटियां तो एक रहमत होती है।
बेटियां खुदा की दी हुई
अनकही बरकत होती है।
अपने बेटी का मुस्कुराता चेहरा देख
अंदर ही अंदर खुश हो जाता हूं।
तकदीर का लिखा तो मुझे मालूम नहीं
लेकिन बेटी के मुस्कुराते चेहरे को देख
तकदीर को बुलंद समझ लेता हूं।
कहते हैं कि बेटियों का अपना
कोई घर नहीं होता, उनसे जरा
ये जाकर पूछो कि क्या बेटी के बिना भी
क्या कोई घर बस सकता है?
ख्वाबों के पंख लगा कर
जो उडना जानती है… वह है बेटी।
आसमान की ऊंचाइयों को
जो छूना जानती है… वह है बेटी।
लोग यह देखते हैं की
बहू दहेज में क्या लेकर आई
कोई यह क्यों नहीं देखता
एक बेटी अपना क्या-क्या छोड़ कर आई
माता पिता के आंसुओं को
अपनी आंखों में लिए फिरती है बेटी…
तकलीफ हो उन्हें अगर
तो बेचैन रहती है बेटी…
बेटी किसी पर बोझ नहीं
माँ बाप का सहारा है बेटी…
पढ़ लिख कर शिक्षित हो जाए
तो भविष्य का उजाला है बेटी…
तेरी प्यारी सी मुस्कान देखकर
सुकून सा दिल में आता है!..
पूरे संसार की खुशियां तुझे दूं
ऐसा मेरे मन में आता है!…
सरस्वती का वरदान है बेटी
लक्ष्मी का रूप है बेटी…
अगर जरूरत पड़ जाए तो
काली और चंडी है बेटी…
माता-पिता की मान प्रतिष्ठा
वो संभाले रखती है…
एक बेटी ही है ऐसा रिश्ता
जो दो कुलों का सम्मान रखती है….
बड़ों के मान सम्मान का
वह पूरा ख्याल रखती है बेटी…
खुद पर दुख आ जाए लेकिन
माता-पिता को खुशियां देती है बेटी…
पापा की परी में बनकर
उनकी हर ख्वाहिश पूरी कर दूं…
काम कुछ ऐसा कर जाऊं
नाम उनका रोशन कर दूं…
जिस घर में बेटी होती है
वहां उत्सव और त्योहार ही होते हैं।
एक बेटी ही है जो जिंदगी में
खुशियां हजार लाती है।
बेटी की खुशी के लिए
वो हर दुःख सह जाता है!…
परेशानियां अपने सिर लेकर
वह मौत से भी खेल जाता है!..
चाहे सबको वह घर की
एक मेहमान सी लगती है..
माता पिता को लेकिन बेटियां
अपने घर की शान लगती है…
घरवालों की खुशी की खातिर
अपनी खुशी निसार करती है।
बेटियां ही तो माता-पिता के लिए
अपनी जान भी दे सकती है।
बेटी की खुशी की खातिर
हर दुख झेल जाऊंगा…
उसके होठों पर मुस्कान आए
उसके लिए कुछ भी कर जाऊंगा…
परिस्थितियां हो विकट फिर भी
हर हालात से लड़ जाती है!..
बेटियां अपने पापा की खातिर
हर दुख सह जाती है!…
आसमा के चांद सितारों की तरह
जो हर वक्त चमकती रहती है
बेटी ही है मेरे गुलशन का गुल
जो हर वक्त महकती रहती है
बेटा आंखों का तारा होता है
तो बेटी भी दिल की धड़कन होती है।
इस दुनिया में घर की आबादी
बेटी से ही तो होती है।
एक पिता का ख्वाब तब तक अधूरा रहता है…
जब तक उसकी बेटी सफलता के क्षेत्र में
आगे ना बढ़ जाए… कुदरत ने भी बेटियों को
ज्यादा गुण देकर ही धरती पर उतारा है।
माता-पिता का मान होती है बेटियां
दो परिवारों का सम्मान होती है बेटियां
बेटियों से ही घर के चिराग रोशन होते हैं
सच मानो तो देवी का रूप होती है बेटियां…
मेरे घर के गुलशन की,
महकती कली हो तुम…
मेरे घर में संगीत का सुर हो तुम…
मेरे घर की रौनक हो तुम…
मेरी बेटी मेरे लिए सब कुछ हो तुम…
चाहे कितनी भी तकलीफें हो
हंसकर हर दर्द वो सहती है!…
वह बेटियां ही होती है…
जो उफ़ तक नहीं करती है!…