“100+ Gam Bhari Shayari: Discover a collection of poignant and reflective shayari that delve into the depths of sorrow and pain. These verses resonate with the complexities of life’s challenges, offering solace to those seeking comfort in words. From heartbreak to life’s trials, these shayari encapsulate the feelings of sadness and despair with a touch of empathy and understanding. Immerse yourself in the world of emotions and find solace in the power of expression through these heartfelt words of gam bhari shayari.”
Gam Bhari Shayari
खुद ही रोए और खुद ही चुप हो गए,
ये सोचकर की कोई अपना होता तो रोने ना देता !
जहर देता है कोई, कोई दवा देता है,
जो भी मिलता है मेरा दर्द बढ़ा देता है !!
गमो का बाजार खाली पड़ा है,
क्यूंकि यहाँ हर किसी के पास गम जो पड़ा है !
वो नाराज हैं हमसे की हम कुछ लिखते नहीं,
कहाँ से लाएं लफ्ज़ जब हमको मिलते नहीं,
दर्द की ज़ुबान होती तो बता देते शायद,
वो जख्म कैसे दिखाए जो दिखते नहीं !
गम को आँसू बनकर बहने न दिया,
कुछ इस तरह मैंने खुद को ठोकरों में भी,
खुद को सम्भाल लिया !
इंसान खुशी में बहक जाता है,
लेकिन धोका खाकर संभल जाता है।
शायरी में सिमटते कहाँ हैं दिल के दर्द दोस्तों,
बहला रहे हैं खुद को जरा फोन के साथ !!
कौन कहता है नफरतों में गम होता है,
कुछ मोहब्बत बड़ी कमाल की होती है ।
कुछ खोने का गम कुछ न पा सकने के,
गम से कहीं ज्यादा होता है !
हम भी फूलों की तरह अक्सर तनह रहते है,
कभी टूट जाते है तो कभी कोई तोड़ देता है ।
तेरी आरज़ू मेरा ख्वाब है ऐ सनम
जिसका रास्ता बहुत खराब है,
मेरे जख्म का अंदाजा तू न लगा,
दिल का हर पन्ना दर्द की किताब है !!
तू नाराज न रहा कर तुझे वास्ता है खुदा का,
एक तेरा चेहरा देख कर ही तो,
हम अपना गम भुलाते है !
दुनिया भी मिली गम भी मिले है,
वो क्यूँ नहीं मिलता जिसे माँगा था खुदा से !
दर्द बनकर समा गया कोई !
दिल में काँटे चुभा गया कोई !
खुशियों की चाह थी वहां बे हिसाब गम निकले,
बेवफा तू नहीं सनम बद नसीब तो हम निकले !
हर दिन बस खुद से एक ही सवाल होता है,
इन गम भरी आंखों से,
क्या उसे सच में फर्क नहीं पड़ता !
इस शहर में हम जैसा सौदागर कहाँ मिलेगा यारो,
हम गम भी खरीद लेते हैं,
किसी की खुशी के लिए !
जो नजर से गुजर जाया करते हैं,
वो सितारे अक्सर टूट जाया करते हैं,
कुछ लोग दर्द को बयां नहीं होने देते,
बस चुपचाप बिखर जाया करते हैं !
कभी टुटा नही दिल से तेरी याद का रिश्ता,
गुफ्तगू हो न हो ख्याल तेरा ही रहता है !
उसने कह दिया भूल जाओ मुझे,
मैंने भी हंसते हुए कह दिया कोन तुम !
न आवाज हुई न तमासा हुआ,
बड़ी ख़ामोशी से टूट गया,
एक भरोंसा जो तुझपे था !
प्यार किया बदनाम हो गए,
चर्चे हमारे सरेआम हो गए,
जालिम ने दिल उस वक्त थोडा,
जब हम उसके गुलाम हो गए ।
रोज़ पिलाता हूँ एक ज़हर का प्याला उसे,
एक दर्द जो दिल में है मरता ही नहीं है।l
लोग मुन्तजिर ही रहे कि हमें टूटा हुआ देखें,
और हम थे कि दर्द सहते-सहते पत्थर के हो गए !
हम उम्मीदों की दुनियां बसाते रहे,
वो भी पल पल हमें आजमाते रहे,
जब मोहब्बत में मरने का वक्त आया,
हम मर गए और वो मुस्कुराते रहे ।
आज के बाद ये रात,
और तेरी बात नहीं होगी !
जो इलजाम रह गया हो,
वो मेरे कफन पर लिख देना !
हम तुम्हे खोना नही चाहते,
और तुम्हारे बगैर,
किसी का होना नही चाहते !
यूं ही नहीं याद आते है,
अब वो बचपन के दिन,
जिंदगी के बोझ से तो,
हल्का ही था वो स्कूल बैग !
लग गयी आग उस आशियाने में,
जिसमें तू कभी रहती थी !😒
तेरे गम भी गजब सी चुभन छोड़ जाते हैं,
हसते हसते भी हमारे आंसु छलक जाते हैं ।
आज हम उनको बेवफा बताकर आए हैं,
उनके खतों को पानी में बहाकर आए हैं,
कोई निकाल न ले उन्हें पानी से,
इसलिए पानी में भी आग लगाकर आए हैं !
दर्द जख्म सुकून नहीं है,
मेरी तरह इश्क का जूनून नहीं है,
मोहब्बत बहती है रगों में मेरी,
रगों में मेरी खून नहीं !
मेरा खयाल जेहन से मिटा भी न सकोगे,
एक बार जो तुम मेरे गम से मिलोगे,
तो सारी उम्र मुस्करा न सकोगे !